अहमदाबाद: कोरोना के इलाज के लिए अहमदाबाद की फार्मा कंपनी जायडस कैडिला ने दवा अनुसंधान में एक और सफलता पाई है। कंपनी ने एक ड्रग-इंजेक्टेबल Virafin विकसित किया है, जो कोविड-19 के उपचार में उपयोगी है। इस दवा को भारत सरकार के डीजीसीआई के ड्रग कंट्रोलर जनरल की मंजूरी मिल गई है।
![Zydus Cadila Virafin](https://i0.wp.com/bulanddustak.com/wp-content/uploads/2021/04/Zydus-Cadila-Virafin.jpg?resize=718%2C410&ssl=1)
शुक्रवार को देशभर में कोराना के रिकॉर्डतोड़ 3.32 लाख नए मामले सामने आने से चिन्ताजनक स्थिति बनी हुई है। आज राहतभरी एक और खबर आई कि कोरोना के इलाज के लिए एक और दवा को मंजूरी दी गई। गुजरात की अंतरराष्ट्रीय फार्मा कंपनी जायडस कैडिला ने कोविड-19 संक्रमण का इलाज करने के लिए एक और दवा विकसित की है। इस दवा को डीसीजीआई ने तेजी से ठीक होने के लिए एंटीवायरल Virafin रोगियों की मदद करने वाला बताया है।
शरीर में वायरल लोड को काफी कम कर देती है Virafin
जायडस कैडिला कंपनी ने अपनी संशोधित नई दवा Virafin को लेकर दावा किया है कि कोरोना से प्रभावित 91.16 प्रतिशत रोगियों ने इंजेक्शन लगवाने के बाद सात दिन में RTPCR का परीक्षण निगेटिव पाया गया है। इस एंटीवायरल दवा के उपयोग से रोगी को कोरोना से लड़ने की शक्ति मिलती है। कंपनी का यह भी कहना है कि अगर Virafin को कोरोना की शुरुआत के लक्षण के रूप में दिया जाता है, तो उन्हें कोरोना से बाहर निकलने में कम कठिनाई होगी।
शुक्रवार को कैडिला हेल्थकेयर के प्रबंध निदेशक डॉ. शर्विल पटेल ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में यह दवा सही समय पर आई है। जिस दवा की हम पेशकश कर रहे हैं, वह वायरल लोड को काफी कम कर देती है यदि यह प्रारंभिक अवस्था में है तो यह बीमारी से लड़ने में मदद करता है।
उन्होंने बताया कि यह इंजेक्शन डॉक्टर की सलाह पर मरीज को दिया जाएगा, जिसे अस्पताल में उपलब्ध कराया जाएगा। पटेल ने कहा कि इस दवा का प्रयोग भारतभर में लगभग 25 स्थानों पर क्लीनिकल परीक्षण किया गया, जिसके अच्छे परिणाम सामने आए हैं।