जयपुर: तकनीकी विकास ने सिनेमा को डिजिटल मुकाम तक पहुंचाया तो विश्वव्यापी कोविड 19 महामारी ने सिनेमा को थियेटर से बाहर निकाल कर ओवर द टॉप (OTT) के हवाले कर दिया है। मतलब, घर पर सिनेमा देखने का एक डिजिटल अंदाज। इस अंदाज का मजा बहुप्रतीक्षित, चर्चित और सबसे बड़े कॉम्पिटिटिव जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (JIFF) के 13वें एडिशन के दौरान लिया जा सकेगा। फेस्टिवल का आयोजन 15 से 19 जनवरी तक ऑनलाइन होगा।
JIFF आयोजन समिति ने यूएफओ के प्लेक्सिगो के साथ मिलकर कोविड महामारी के इस माहौल में JIFF में दुनिया भर से चयनित फिल्मों को बिना किसी शुल्क के फिल्म प्रेमियों को देखने का मौका मुहैया कराने का निर्णय किया है। इसके लिए JIFF और प्लेक्सिगो की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन खुला है। इस बार JIFF में 85 से ज्यादा देशों की 2100 से ज्यादा फिल्में प्राप्त हुई थी, जिनमें से 44 देशों की 266 फिल्में प्रतियोगिता श्रेणी में फेस्टिवल में ऑनलाइन दिखाई जाएगी। फिल्म स्क्रीनिंग कार्यक्रम JIFF की वेबसाइट पर जारी कर दिया गया है। सभी फिल्में यूएफओ के प्लेक्सिगो पर दिखाई जायेगी। प्लेक्सिगो एप गूगल प्ले स्टोर या एप्पल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।
विश्व भर के फिल्म पुरस्कार जीत चुके फिल्मकारों की फिल्मों का हुआ है चयन
प्रवक्ता राजेन्द्र बोड़ा ने बताया कि प्रतियोगिता के लिए 9 श्रेणियों में चयनित फिल्मों में 53 फीचर फिक्शन फिल्म, 17 डॉक्यूमेंट्री फीचर फिल्म, 123 शॉर्ट फिक्शन फिल्म, 30 शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री फिल्म, 14 शॉर्ट एनिमेशन फिल्म, 18 मोबाइल फिल्म, 5 वेब सीरीज, 4 सॉन्ग और 2 एड फिल्में हैं।
फेस्टिवल में विश्व भर के फिल्म पुरस्कार जीत चुके प्रतिष्ठित फिल्मकारों की फिल्मों का चयन भी हुआ है। चयनित फीचर फिल्मों में भारत से पोरीचोय, तितली, अटकन चटकन तथा चाइना से विंड, चेक रिपब्लिक से दारिया, फ्रांस से द सॉन्ग ऑफ़ द सी, रशिया से हैप्पी बर्थडे, फ्रांस से वेगाबॉन्डस, यूके से अमररेलिस, अर्जेंटीना और ब्राजील से द साइलेंट पार्टी, अमेरिका से टैंगो शलोम, कनाडा से वी और श्रीलंका से द सिंगल टम्बलर शामिल है। 15 से 19 जनवरी तक फिल्मों के ऑनलाइन प्रदर्शन के बाद मार्च के आखिरी सप्ताह या अप्रैल में अवार्ड सेरेमनी का आयोजन प्रस्तावित है। समारोह के आखिरी दिन 19 जनवरी को विजेता फिल्मों की घोषणा JIFF की वेबसाइट पर की जाएगी।
यह भी पढ़ें: Thalaivi Trailer लांच के दौरान भावुक हुईं कंगना के छलके आंसू