19.1 C
New Delhi
November 21, 2024
देश

भूकंप के तेज झटकों से कांपा दिल्ली सहित समूचा उत्तर भारत

-सिर्फ तजाकिस्तान में भूकंप आया, अमृतसर में नहीं
-तजाकिस्तान में था केंद्र, रिक्टर स्केल पर मापी गई 6.3 तीव्रता

तजाकिस्तान में शुक्रवार को देर रात 10.31 बजे आये 6.3 तीव्रता के भूकंप ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर समेत समूचे उत्तर भारत को हिलाकर रख दिया। भूकंप के तेज झटकों से दहशत फ़ैल गई और लोग घरों से बाहर निकल आये।

शुरुआत में तजाकिस्तान और अमृतसर में एक साथ दो मिनट के अन्दर दो भूकंप आने की खबर फैली लेकिन बाद में नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने सिर्फ तजाकिस्तान में भूकंप आने की पुष्टि की।

भूकंप के तेज झटकों से कांपा दिल्ली सहित समूचा उत्तर भारत

देर रात जिस समय लोग घरों में सोने की तैयारी में थे या कुछ लोग खाने की तैयारी कर रहे थे, तभी भूकंप के झटकों ने लोगों को सहमा दिया। सड़कों पर वाहन चला रहे लोग भी रूक गए। शुरुआत में पंजाब के अमृतसर के पास 10.34 बजे भूकंप आने की खबर प्रसारित हुई जिसमें नेशनल सेंटर फॉर सेस्मोलॉजी ने अमृतसर में रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.1 बताई गई। इसी के साथ ताजिकिस्तान में 10.31 बजे रिक्टर स्केल पर 6.3 भूकंप के आने की भी जानकारी प्रसारित हुई।

Read More- अर्जुन ​मार्क-1ए का पहला टैंक जनरल नरवणे को सौंपेंगे प्रधानमंत्री मोदी
भूकंप प्रभावित किसी भी राज्य से नुकसान की सूचना नहीं

कुल मिलकर एक साथ दो भूकंप आने की खबर के बाद दिल्ली-एनसीआर समेत हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल के चंबा, डलहौजी, ऊना व अन्य इलाकों में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप के बाद दिल्ली-एनसीआर में लोग घरों से बाहर आ गए. हाईराइज सोसाटियों में भूकंप का दहशत साफ देखा गया।

हरियाणा के जींद और अंबाला में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। उत्तराखंड में रुद्रप्रयाग के साथ-साथ चमोली में भूकंप से धरती कांपी। हालांकि भूकंप प्रभावित किसी भी राज्य से किसी भी तरह के नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली है।

इसके बाद नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी ने पुष्टि की कि शुक्रवार रात 10.31 मिनट पर आये भूकंप का केंद्र तजाकिस्तान में था जिसकी रिक्टर स्केल पर तीव्रता 6.3 मापी गई। इसकी गहराई 74 किलोमीटर थी। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी ने यह भी स्पष्ट किया कि सिर्फ तजाकिस्तान में भूकंप आया है अमृतसर में नहीं। तजाकिस्तान में आये भूकंप का ही असर आधे देश में हुआ है।

Related posts

अब भारतीय तटों की सुरक्षा करेगा स्वदेशी पहरेदार ‘सजग’

Buland Dustak

नैनो टेक्नोलॉजी से अब मिल सकेगा स्वच्छ पेयजल

Buland Dustak

वेंकैया ने राज्यसभा के नवनिर्वाचित 45 सदस्यों को दिलाई शपथ

Buland Dustak

42 हफ्ते के प्रशिक्षण के बाद 64 गोरखा रंगरूट बने भारतीय सेना का हिस्सा

Buland Dustak

रिश्तों में कड़वाहट के बाद भी चीन बना भारत का टॉप बिजनेस पार्टनर

Buland Dustak