28.1 C
New Delhi
June 5, 2023
देश

​रात भर लड़ाकू विमानों से गरजा लद्दाख का आसमान

- लद्दाख से लेकर हिमाचल, उत्तराखंड और अरुणाचल तक सतर्कता बढ़ी
- वायुसेना की है हर चुनौती से निपटने के लिए एलएसी पर पैनी निगाह
- भारतीय सेना ने भी अग्रिम चौकियों तक अपनी निगहबानी बढ़ाई

नई दिल्ली: छठे दौर की वार्ता में सीमा पर और अधिक सैनिक न बढ़ाने की बात पर भले चीन सहमत हो गया हो लेकिन उसकी गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा रही है​​। भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों हर चुनौती से निपटने के लिए एलएसी पर पैनी निगाह रख रहे हैं। राफेल, मिराज-2000 और मिग-29 की गर्जना से लद्दाख का आसमान बुधवार की रात भर गूंजता रहा।

डीआरडीओ ने लड़ाकू सुखोई-30 एमकेआई में साइलेंसर प्रणाली विकसित की है, जिसका परीक्षण किया गया। यानी अब सुखोई बगैर अपनी गुर्राहट के उड़ान भरकर दुश्मन को आश्चर्यचकित कर सकता है। इसके अलावा भारतीय सेना ने भी अग्रिम चौकियों तक अपनी निगहबानी बढ़ा दी है। 

रात भर लड़ाकू विमानों से गरजा लद्दाख का आसमान

भारत और चीन के बीच सीमा क्षेत्र में तनाव दूर करने के लिए 21 सितम्बर को सैन्य कमांडरों की 14 घंटे चली बैठक में कई सहमतियां भी बनीं। दोनों देश सीमा पर अधिक सैनिकों को इकठ्ठा न करने और एकतरफा जमीनी कार्रवाई से हालात बदलने की कोशिश न करने पर सहमत हो गए हैं। इसके बावजूद पिछली बैठकों से मिले सबक और चीन की धोखेबाजी को देखते हुए इस समय जमीन से लेकर आसमान तक चीन की हर हरकत पर नजर रखी जा रही है।

भारतीय सेना और वायुसेना ने बुधवार की रात एलएसी पर अभ्यास किया। वायुसेना के राफेल, मिराज-2000 और मिग-29 लड़ाकू विमानों ने रात भर लद्दाख के आसमान में उड़ान भरकर चीन की हर गतिविधि पर नजर रखे रहे। लगातार फाइटर जेट्स की गर्जना से एलएसी पर युद्ध जैसा माहौल रहा।

भारत ने लद्दाख, हिमाचल, उत्तराखंड और अरुणाचल तक सतर्कता बढ़ा दी

हालांकि युद्ध के समय दुश्मनों को आश्चर्यचकित करने के लिए डीआरडीओ ने सुखोई-30 एमकेआई में साइलेंसर प्रणाली विकसित की है, जिसका बुधवार को लेह में परीक्षण किया। इस वजह अब बगैर गर्जना के साथ सुखोई की उड़ान भरने में भारतीय वायुसेना को कामयाबी मिली है। भारत ने सिर्फ लद्दाख ही नहीं बल्कि हिमाचल, उत्तराखंड और अरुणाचल तक सतर्कता बढ़ा दी है। हिमाचल प्रदेश के लाहौल और स्पीति क्षेत्र में सीमा पर चीन के इलाके में आज सुबह से पीएलए की गतिविधियां देखी गई हैं।

भारी हथियारों के साथ दो स्थानों पर पीएलए के सैकड़ों सैनिक देखे गए हैं। इसलिए भारतीय सशस्त्र बल भी अलर्ट और लगातार ग्राउंड और एयर गश्त कर रहे हैं। हालांकि सीमा पर तनाव कम करने के लिए दोनों देशों की ओर से कोशिशें की जा रही हैं​ लेकिन अगर ​इस बीच ​ची​नी सेना समझौते से पीछे ​हटती है तो भारत उसके लिए भी तैयारी किए हुए है​।​​ मौजूदा मुश्किलों के साथ ही सर्दियों ​​के लिए ​की गईं ​तैयारियों को परखा जा रहा है, क्योंकि ​सीमा पर ​अभी भी ​लम्बे समय तक बने रहने की स्थितियां बनी हुई हैं​।​​

यह भी पढ़ें: वायुसेना अब लद्दाख सीमा पर रात में भी उड़ा सकेगी मिग-29

Related posts

नमामि गंगे योजना: सड़क कटिंग का मलबा धौली गंगा में हो रहा निस्तारित

Buland Dustak

PSLV-C51 launch: इसरो ने अंतरिक्ष में भगवद गीता भेजकर रचा इतिहास, साल का पहला मिशन कामयाब

Buland Dustak

बौद्ध सर्किट विकास के लिए 5 परियोजनाओं को पर्यटन मंत्रालय ने दी मंजूरी

Buland Dustak

Vision Organization: फ्री में भोजन नहीं मिलता, चैरिटी के लिए लेते है 10 रुपये

Buland Dustak

टेलीमेडिसिन सेवा ई- संजीवनी के तहत दिए गए 1.3 करोड़ परामर्श

Buland Dustak

ओलम्पिक में भी चीन का बहिष्कार, भारत ने भी चीनी प्रायोजक को हटाया

Buland Dustak