बीकानेर : बीकानेर नगर निगम मेयर सुशीला कंवर ने अपने कार्यकाल का तीसरा बजट पेश करते हुए 362.33 करोड़ का रुपये का बजट पेश किया। हालांकि इस दौरान कांग्रेस के पार्षदों ने हंगामा भी किया। कांग्रेस पार्षदों में रोष था कि बहुमत पूरा नहीं होने के बाद भी बजट पेश किया गया।
कांग्रेस के पार्षदों ने मेयर पर हठधर्मिता व अनदेखी करने का आरोप लगाया। निगम में पूर्व नेता प्रतिपक्ष रहे कांग्रेस के पार्षद जावेद पडि़हार ने रोष जताते हुए कहा कि निगम के सदन में पुलिस का भारी बल बैठक से पहले ही तैनात किया गया। सदन में बेरिकेट्स लगाए गए। वहीं सबसे अहम बात यह कि विपक्ष को बजट पर चर्चा करने का मौका भी नहीं दिया।

कांग्रेस के पार्षदों को माइक तक नहीं दिए। पडि़हार सहित कांग्रेस के अन्य पार्षदों ने आरोप लगाया कि पुलिस के बल पर बजट पेश किया गया। पार्षदों का आरोप है कि महापौर ने कांग्रेस के पार्षदों से चर्चा किए बगैर ही सभा कक्षा से चली गई।
बीकानेर में सफाईकर्मियों के शहर के स्वच्छता में दिए जाने वाले योगदान तथा वाल्मिकी समाज के प्रति सम्मान एवं आभार व्यक्त करने के उद्देश्य से मेयर सुशीला कंवर राजपुरोहित ने कहा कि संत नवलदासजी महाराज के नाम पर जवाहर स्कूल के पास बनायी गयी आवासीय योजना नवल विहार आवासीय कॉलोनी के रुप मेें विकसित की जाएगी।
योजना में कुल 107 भूखण्ड प्रस्तावित है जिनमें 98 आवासीय भूखंड, 2 संस्थागत भूखंड तथा 7 दुकानें शामिल है। शनिवार को वेटरनरी ऑडिटोरियम में बजट मीटिंग के बाद जानकारी देते हुए मेयर ने बताया कि नगर निगम में कार्यरत सफाईकर्मियों को आरक्षित दरों पर आवंटन हेतु 58 भूखंड आरक्षित किए गए हैं।
इन 58 भूखंडों में 15 गुणा 30 के 16 भूखंड तथा 16.6 गुणा 35 के 42 भूखंड शामिल है। भूखंडों से ज्यादा आवेदन प्राप्त होने की स्थिति में लॉटरी के माध्यम से आवंटन किया जाएगा। नगर निगम गठन के बाद यह पहला अवसर है कि सफाईकर्मियों को भूखंड आवंटन किए जा रहे हैं। इस अवसर पर डिप्टी मेयर राजेंद्र पंवार भी मौजूद थे।
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मेयर ने बताया कि बजट 2021-22 में पार्षदों को भी आरक्षित दरों पर भूखंड आवंटन करने की घोषणा की गई थी। लेकिन राज्य सरकार द्वारा निर्धारित भू आवंटन नीति के तहत पार्षदों को आरक्षित दर पर भूखंड आवंटन नहीं किया जा सकता। इस विषय में राज्य सरकार से मार्गदर्शन मांगा गया है। राज्य सरकार से निर्देशन प्राप्त होने तक 28 भूखंड पार्षदों के लिए आरक्षित रखे गए हैं। यह 28 भूखंड फिलहाल आवंटन अथवा नीलामी में शामिल नहीं किए जाएंगे।
नगर निगम की बजट मीटिंग में बड़ा हंगामा भी देखने को मिला। कांग्रेसी पार्षदों ने मेयर सुशीला कंवर राजपुरोहित का विरोध भी जताया। मेयर प्रत्याशी रहीं पार्षद अंजना खत्री पुलिस से उलझ गयी। कई बार पुलिस के साथ धक्का-मुक्की भी खत्री की हुई। कुल मिलाकर भारी हंगामे के बीच बीकानेर नगर निगम का बजट पास हो गया।
पार्षद व कांग्रेस के प्रवक्ता नितिन वत्सस ने बताया कि भाजपा के नगर निगम बोर्ड ने बजट पास की तो जानकारी दे दी लेकिन उनके पास बहुमत नहीं था। बिना बहुमत के बजट कैसा। बिना सबको साथ लिए बजट पास कर रहे हैं। मेयर की तानाशाही का जीता जागता उदाहरण बीकानेर नगर निगम का बजट भाषण बना है।
इस बजट में कुल 39 पार्षदों के हस्ताक्षर बताए जा रहे हैं इनमें से एक कांग्रेस और चार भाजपा के हस्ताक्षर झूठे हैं। वत्सस ने कहा कि 39 में से 5 फर्जी हस्ताक्षर है। मेयर के ईशारे पर रजिस्टर को गायब किया गया है। संविधान की खुले आम धज्जियां उड़ायी गयीं है। उन्होंने बताया कि कांग्रेस ने नगर निगम आयुक्त से जानकारी मांगी है। विरोध स्वरुप काले झंडे भी दिखाए गए।