- हिंद एग्रो इंडस्ट्रीज लिमिटेड और अज्ञात लोक सेवकों के खिलाफ मामला दर्ज
नई दिल्ली: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने एक वित्तीय संस्थान धोखाधड़ी (बैंक घोटाले) मामले में हिंद एग्रो इंडस्ट्रीज लिमिटेड और अज्ञात लोक सेवकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। कथित कंपनी पर पंजाब नेशनल बैंक, देना बैंक (अब बैंक ऑफ बड़ौदा), सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन बैंक कंसोर्टियम को 221.72 करोड़ रुपये का चूना लगाने का आरोप है।
सीबीआई प्रवक्ता आर.के. गौड़ ने बताया कि हिंद एग्रो इंडस्ट्रीज लिमिटेड मुख्य रूप से अलीगढ़-दिल्ली आधारित फर्म है। पंजाब नेशनल बैंक की शिकायत पर गुरुवार को सीबीआई ने कंपनी और उससे जुड़े अन्य आरोपियों के दिल्ली और उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ स्थित पांच ठिकानों पर छापे मारे। करीब 221.72 करोड़ रुपये के इस घोटाले में आरोपियों के आवासों पर गुरुवार की सुबह से ही छानबीन शुरू की गई थी। छापेमारी में सीबीआई को बैंक धोखाधड़ी से जुड़े कुछ दस्तावेज मिले हैं और अन्य आवश्यक कागजी कार्रवाई को पूरा किया गया है।
उन्होंने बताया कि सीबीआई ने करीब 221.72 करोड़ रुपए का चूना लगाने के मामले में दिल्ली-अलीगढ़ स्थित निजी कंपनी हिंद एग्रो इंडस्ट्रीज लिमिटेड और अन्य अज्ञात लोक सेवकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। मीट उत्पाद निर्यात में लगी कंपनी को जनवरी, 2011 में बैंकों ने 200 करोड़ रुपये का लोन दिया गया था, जिसे मार्च-सितम्बर, 2015 के दौरान बढ़ाकर 357.61 करोड़ रुपये कर दिया गया।
दिल्ली और अलीगढ़ में कुल 5 स्थानों पर छापे मारे गए
बैंक अधिकारियों के अनुसार 100 प्रतिशत निर्यात करने के लिए क्रेडिट सुविधाओं का उपयोग करना आवश्यक था, लेकिन कंपनी ने घरेलू बिक्री को बढ़ावा देने के लिए निर्यात क्रेडिट सुविधा का उपयोग किया। यह भी आरोप है कि लोन लेने वाली कंपनी ने बिना किसी अंतर्निहित व्यवसायिक गतिविधियों के विभिन्न संबंधित कंपनियों को धन हस्तांतरित किया है। इस मामले में कंपनी और उसके निदेशकों के अलावा अज्ञात लोक सेवकों और निजी व्यक्तियों सहित कई अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
सीबीआई प्रवक्ता आर.के. गौड़ ने बताया कि इस बैंक घोटाले के मामले में आज दिल्ली और अलीगढ़ में कुल 5 स्थानों पर छापे मारे गए हैं। घोटाले से संबंधित कई दस्तावेज बरामद हुए हैं। आगे की जांच जारी है।
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