भारत समेत दुनियाभर के लोगों में उच्च रक्तचाप (हाई ब्लडप्रेशर) या hypertension की समस्या बेहद आम पायी गयी है। दुनिया भर में हर दस में से छः व्यक्ति इसके शिकार हो रहें हैं। अब ये समस्या युवाओं में भी पायी जाने लगी है और लोग इसे नजरअंदाज कर बैठतें हैं।
लेकिन यहाँ समझने कि आवश्यकता है कि आखिर हाई बीपी या Hypertension कि समस्या कि पहचान कैसे हो?
इसके लिए आप नियमित तौर पर ब्लड प्रेशर नपवायें यदि मुमकिन हो तो ब्लड परेशान नापने कि मशीन घर लें आएं। लगातार होने वाली जांच में यदि आपका बीपी 140 – 90 या इससे अधिक रहता है तो आपको हाई बीपी की समस्या है।
बेहद आम सी लगने वाली ये समस्या साइलेंट किलर का काम करतीं है। दरअसल hypertension यानी कि हाई बीपी को लोग अब आम समझने की भूल कर बैठते है, लेकिन इसका अंजाम बेहद बुरा हो सकता है।
एक स्टडी में पाया गया है कि, हाई बीपी की समस्या वाले लोगो को ही ज्यादातर हार्ट अटैक, कार्डियक अरेस्ट और मस्तिष्क से सम्बंधित बीमारियां होतीं हैं। ऐसे में अपनी जीवनशैली में सुधार और आहार में परिवर्तन कर इससे निजात पाया जा सकता है।
शरीर की गतिविधियों को बढ़ाए –
एक स्टडी में पाया गया है कि, अगर आप सुबह उठकर व्यायाम करतें है तो ये आपकी शारीरिक गतिविधियों को बढ़ाने में काफी मददगार साबित होता है। रोजाना स्विमिंग, साइकिलिंग और रनिंग से हाइपर टेंशन जैसी समस्याओं से निजात पाया जा सकता है पर ध्यान ये रखना है कि हाई बीपी वाले मरीजों को अधिक तेज़ नही दौड़ना है। सर्दियाँ शुरू हो गयी है ऐसे में जरूरत है कि धूप में अधिक देर तक बैठने से परहेज़ करें।
सुबह का नाश्ता है बेहद अहम –
आज – कल कि दौड़ – भाग भरी ज़िन्दगी में हम अपनी डाइट का ख्याल सही से नही रख पाते है, ऐसे में अन्हेअल्थी फ़ूड और समय के विपरीत भोजन आपकी दिनचर्या को और बिगाड़ के रख देता है। इसी क्रम में नाश्ते की महत्ता बेहद अहम है। जिस भी व्यक्ति को हाइपर टेंशन या हाई बीपी की शिकायत हो उसे अंडे, हरी सब्जी और ओट रोजाना सुबह नाश्तें में लेना चाहिए।
हर्बल टी का करे प्रयोग –
हाई बीपी के मरीज़ो को चाय या कॉफी के स्थान पर हर्बल टी का प्रयोग करना चाहिए क्योंकि कॉफी और चाय में उपस्थित मादक पदार्थ ब्लड प्रेशर को बढ़ाने का कार्य करतें हैं। इसलिए आपने अक्सर देखा होगा कि, लो – बीपी वाले मरीज़ो को डॉक्टर कॉफी पीने की सलाह देतें हैं।
शरीर में पानी की कमी न होनें दें –
हाई बीपी वाले मरीजों को अधिक पानी पीना चाहिए। पानी में नींबू का रस डाल कर पीना भी काफ़ी फायदेमंद हैं। क्योंकि नींबू के रस में सिट्रिक एसिड होता है जो कि ब्लड प्रेशर को कम करने में मददगार साबित होगा।
खाने में पोटैशियम युक्त पदार्थ है बेहद अहम
हाई बीपी वाले मरीज़ो को सलाह दी जाती है कि वें खाने में पोटैशियम युक्त पदार्थ जैसे – केले और संतरे या टमाटर का प्रयोग करें या फिर अगर आप फलों के शौकीन नही है तो सब्जियो जैसे सादे बेक्ड आलू या फिर टमाटर और बीन्स का सूप भी लें सकतें हैं।
उच्च रक्तचाप कम करने में सहायक हैं योग के ये आसान–
उच्च रक्त चाप को सामान्य स्थिति में लाने के लिये कुछ विशेष योगासन और प्राणायाम भी अपनाएं जा सकतें हैं। योग और प्राणायाम शारीरिक उपापचय शक्ति को बढाने के साथ ही साथ स्वास नली को भी क्रियाशील बनातें हैं। इसलिए इन योग कि मुद्राओ को अपनी रोजमर्रा की ज़िंदगी मे अपनाएं और उच्च रक्त चाप जैसी खतरनाक बीमारी से निजात पाएं।
सर्वांगासन
मुख्य रूप में इस आसन को लेग-अप द वॉल पोज भी कहा जाता है। जिसमे अपने दोनों पैरों को दीवार के सहारे ऊपर करना होता है। कुछ देर तक इसी तरह दोनो पैरो को टिका कर ये प्रक्रिया दोहराई जाती है। ऐसा माना जाता है कि सर्वांगासन करतें समय ध्यान, सांस पर केंद्रित होनी चाहिए। इसे रोजाना करने से बढ़ती उम्र के कारण होने वाली त्वचा से संबंधित समस्याएं जैसे झुर्रिया और छाई से भी निजात पाया जा सकता है।
सुखासन
सुखासन ध्यान आसान है। जिसमे मुख्यतः ध्यान कि मुद्रा में बैठकर मन और मस्तिष्क को किसी एक बिंदु पर केंद्रित करना होता है। ये एक प्रकार का मेडिटेशन है जो कि मानसिक तनाव दूर करता है। इसे रोजाना कुछ मिनटो तक करने से रक्त परिसंचरण सही से होता है। इसे करने के लिए आप ध्यान कि मुद्रा में बैठ जाएं फिर लंबी सांसे लें और सांस को रोकें, चंद सेकेंड रोकने के पश्चात सांस छोड़ दें। अपनी क्षमता के अनुसार इस योग को प्रातः काल मे करें।
इन छोटी – छोटी चीजों को अपनाकर आप हाइपर टेंशन जैसी खतरनाक बीमारी को काबू में कर सकतें है। इसके साथ ही कुछ वस्तुओं का परहेज़ आपको तानव् मुक्त जीवन जीने का अवसर देता है तो इसे अपनाने में हर्ज ही क्या है।
गरिमा सिंह
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