29.7 C
New Delhi
June 21, 2025
बिजनेस

इथेनॉल के स्वतंत्र ईंधन के रूप में इस्तेमाल को मिली मंजूरी

नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने आज इथेनॉल के स्टैंड अलोन फ्यूल (स्वतंत्र ईंधन) के रूप में इस्तेमाल को मंजूरी दे दी। ऐसा होने से अब पेट्रोल और डीजल की आसमान छूती कीमतों से परेशान आम लोगों को काफी राहत मिल सकती है। सरकार ने ऑयल मार्केटिंग कंपनियों को वाहनों के इस्तेमाल में आने वाले इथेनॉल (ई-100) को बेचने की इजाजत दे दी है।

हालांकि पेट्रोलियम मंत्रालय की ओर से जारी नोटिफिकेशन में ये भी साफ किया गया है कि फ्यूल के रूप में इथेनॉल का इस्तेमाल वही वाहन कर सकेंगे, जो ई-100 कम्पैटिबल होंगे। सरकार के इस फैसले के बाद Ethanol को आम आदमी अब पेट्रोल-डीजल की तरह इस्तेमाल कर सकेंगे।

इथेनॉल

भारत में अभी तक इथेनॉल का इस्तेमाल स्वतंत्र ईंधन के रूप में नहीं किया जाता है। अभी इसका इस्तेमाल पेट्रोल में मिलाकर गाड़ियों के फ्यूल के रूप में होता है। इथेनॉल को स्टैंड अलोन फ्यूल के रूप में इस्तेमाल करने के लिए सरकार ने मोटर स्पिरीट एंड हाई स्पीड डीजल ऑर्डर- 2005 के प्रावधानों में भी बदलाव किया है।

इथेनॉल के प्रयोग से प्रदूषण होगा नियंत्रण

केंद्र सरकार के इस फैसले से चीनी कंपनियों और Ethanol कंपनियों को काफी फायदा होगा। ये कंपनियां Ethanol का अधिक उत्पादन करके इसका प्रत्यक्ष लाभ उठा सकती हैं। जानकारों का कहना है कि इथेनॉल का उपयोग करने से प्रदूषण नियंत्रण में भी मदद मिलेगी। इसका इस्तेमाल करके कार्बन मोनोऑक्साइड के उत्सर्जन को 35 फीसदी तक कम किया जा सकता है।

इसके साथ ही इथेनॉल का उत्पादन होने से देश के गन्ना किसानों को काफी फायदा होगा। क्योंकि Ethanol को देश की ऑयल मार्केटिंग कंपनियों को बेचकर चीनी कंपनियों को आसानी से पैसा मिल सकेगा, जिससे वे किसानों को भी उनके गन्ने के बकाये का भुगतान कर सकेंगी। फिलहाल भारत में मुख्य रूप से चीनी कंपनियां गन्ने से इथेनॉल का उत्पादन करती हैं। लेकिन अब सरकार चावल का इस्तेमाल करके भी इथेनॉल का उत्पादन करने की योजना बना रही है।

हालांकि जानकारों का कहना है कि भारत में डिस्टिलरीज और जल संसाधनों की कमी की वजह से तात्कालिक तौर पर ऐसा करने में काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। इसलिए इथेनॉल का उत्पादन बढ़ाने के लिए सरकार को चीनी और अनाज आधारित बुनियादी ढांचे को विकसित करना पड़ेगा। तभी ईंधन के रूप में Ethanol का अधिकतम फायदा देश के लोगों को मिल सकेगा।

यह भी पढ़ें: खाद्य पदार्थों की कीमतों ने बिगाड़ा हाल, फरवरी में 4.17% पर पहुंची थोक महंगाई दर

Related posts

CAIT: कोरोना से 40 दिनों में 7 लाख करोड़ रुपये के घरेलू कारोबार का नुकसान

Buland Dustak

म्युचुअल फंड में निवेश करना महंगा हुआ

Buland Dustak

शेयर बाजार के झटके से गौतम अडाणी को 74 हजार करोड़ का नुकसान

Buland Dustak

Cryptocurrency Market बैन करने को लेकर बन सकता है नया कानून

Buland Dustak

चीन से आयात पर और कसा नकेल, 5 साल के लिए बढ़ी Anti Dumping Duty

Buland Dustak

बिटकॉइन का नए साल में जोरदार स्वागत, 1 कॉइन की कीमत 24 लाख

Buland Dustak