लखनऊ/हाथरस : हाथरस कांड में शुक्रवार नया मोड़ आया है। क्षेत्र के पूर्व विधायक राजवीर पहलवान ने युवती के परिजनों पर ही उसकी हत्या का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि मामले में आरोपित चारों युवक निर्दोष हैं। उन्हें साजिश के तहत फंसाया गया है।
पूर्व विधायक राजवीर सिंह पहलवान का आरोप है कि युवती को उसके भाई और मां ने ही मारा है। उनके अनुसार इस मामले में आनर किलिंग की बात आ रही है। पूर्व विधायक का कहना है कि उन्हें और क्षेत्र के लोगों को एसआईटी की जांच पर पूरा विश्वास है। निष्पक्ष जांच के बाद पूरा मामला स्पष्ट हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इस मामले में योगी सरकार को एक साजिश के तहत बदनाम किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों में पुराने विवाद को लेकर मात्र मारपीट की घटना हुई है। लेकिन साजिश के तहत गैंगरेप के आरोप में चारों लड़कों की गिरफ्तारी के बाद क्षेत्र के लोगों में गुस्सा है। उन्होंने कहा कि उनकी क्षेत्र में तमाम लोगों से बात हुई है। सभी लोग इसमें साजिश की बात कर रहे हैं। उनका सवाल है कि जब मेडिकल रिपोर्ट में रेप की बात स्पष्ट नहीं हुई तो मामले को अनायास तूल क्यों दिया जा रहा है।
हाथरस कांड को लेकर इस समय उत्तर प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है, चारों तरफ हंगामा जारी
गौरतलब है कि हाथरस कांड को लेकर इस समय उत्तर प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है, चारों तरफ हंगामा जारी है। विपक्षी के लोग लगातार प्रदेश की योगी सरकार पर हमलावर बने हुए हैं। आम आदमी पार्टी और भीम आर्मी के लोगों ने आज दिल्ली में भी सियासी हल्ला बोला। हाथरस जिला और पुलिस प्रशासन पर भी तरह-तरह के आरोप लग रहे हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के बाद तृणमूल के नेताओं ने भी आज कथिततौर पर गैंगरेप की शिकार हुई पीड़िता के गांव पहुंचने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें गांव के बाहर ही रोक दिया। पीड़िता के गांव बूलगढ़ी को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। वहां किसी को जाने नहीं दिया जा रहा है। मीडिया भी प्रतिबंधित कर दी गई है।
उधर, पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद सवर्ण समाज के लोग भी आरोपित युवकों में पक्ष में आज आ गये और धरना दिए। सवर्ण समाज से जुड़े 12 गांवों के लोगों की पंचायत हुई। इसमें आरोपितों के पक्ष से मांग उठाई है कि पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच की जाए। पंचायत ने यह भी मांग की कि दोनों पक्ष के लोगों का नारको टेस्ट कराया जाए, जिससे हकीकत सामने आ सके और निर्दोषों को न्याय मिल सके।