नई दिल्ली: राज्यसभा के सदस्य सभापति एम. वेंकैया नायडू ने बुधवार को राज्यसभा के 61 नवनिर्वाचित सदस्यों में से ज्योतिरादित्य सिंधिया, दिग्विजय सिंह, मल्लिकार्जुन खड़गे, शरद पवार और प्रियंका चतुर्वेदी सहित 45 सदस्यों को सदन में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
यह पहला मौका था जब संसद सत्र नहीं चलने के बावजूद शपथ ग्रहण राज्यसभा सदन में कराया गया। शपथग्रहण आमतौर पर या तो सत्र के दौरान होता है अथवा जब संसद सत्र नहीं होता है तब राज्यसभा के सभापति के कक्ष में होता है। असल में ऐसा कोरोना संक्रमण के मद्देनजर नियमों का पालन करने के लिए किया गया।
सभापति वेंकैया नायडू ने शपथ ग्रहण के बाद नवनिर्वाचित सदस्यों का स्वागत करते हुए बधाई दी। उन्होंने कहा कि राज्यसभा के हाल के चुनावों में 20 राज्यों से 61 सदस्य निर्वाचित हुए हैं। इनमें 12 सदस्य ऐसे हैं जो कार्यकाल पूरा करने के बाद फिर निर्वाचित हुए हैं। इनमें से शरद पवार दिग्विजय सिंह भुवनेश्वर कलिता प्रेमचंद गुप्ता हरिवंश रामदास अठावले और विश्वजीत ने आज शपथ ली। वहीं 49 सदस्य पहली बार उच्च सदन में पहुंचे हैं हालांकि इनमें से मलिकार्जुन खड़गे, थंबीदुरई, ज्योतिराज सिंधिया और केसी वेणुगोपाल के पास लोकसभा का अच्छा खासा अनुभव है।
क्या रही व्यवस्था
उन्होंने कहा कि कोरोना संकट और देशव्यापी लॉकडाउन के कारण इन सदस्यों का शपथ ग्रहण नहीं कराया जा सका था। ऐसे में यह सदस्य शपथ ग्रहण नहीं होने के कारण बैठकों में शामिल नहीं हो पा रहे थे। वेंकैया ने कहा कि नवनिर्वाचित सदस्यों के लिए जल्द ही एक प्रशिक्षण कार्यशाला का भी आयोजन किया जाएगा। कोरोना संक्रमण के चलते शपथ ग्रहण के दौरान सदस्यों को सदन में उचित दूरी पर बैठाया गया था। शपथ ग्रहण के बाद हस्ताक्षर के लिए हर बार नया पेन उपलब्ध कराने के साथ ही सैनिटाइजर की भी व्यवस्था की गई थी। प्रत्येक सदस्य को शपथ ग्रहण समारोह में अपने साथ केवल एक अतिथि को लाने की अनुमति थी।
आज शपथ ग्रहण करने वाले 45 सदस्यों की क्रमवार सूची:
आंध्र प्रदेश- अयोध्या रामी रेड्डी, पिल्ली सुभाषचंद्र बोस और वेंटकरमना राव मोपीदेवी (सभी वाईएसआर कांग्रेस)।
अरुणाचल प्रदेश- नाबाम रेबिया (भाजपा)।
असम– बिश्वाजीत डाइमेरी (बीपीएफ) और भुवनेश्वर कालिता (भाजपा)।
बिहार– प्रेम चंद गुप्ता (आरजेडी), हरिवंश नारायण सिंह (जेडीयू), अमरेंद्र धारी सिंह (आरजेडी), रामनाथ ठाकुर (जेडीयू) और विवेक ठाकुर (भाजपा )।
छत्तीसगढ़– केटीएस तुलसी (कांग्रेस)।
गुजरात– अमीन नरहारी हीराभाई (भाजपा), रामिला बेचारभाई बारा (भाजपा), अभय गनपतराय भारद्वाज (भाजपा) और शक्ति सिंह गोहिल (कांग्रेस)।
हरियाणा– राम चंदर जांगड़ा (भाजपा) और दीपेंद्र सिंह (कांग्रेस)।
हिमाचल प्रदेश– इंदु बाला गोस्वामी (भाजपा)।
झारखंड– दीपक प्रकाश (भाजपा), अशोक गस्ती।
कर्नाटक– इरन्ना कडाडी (भाजपा) और मल्लिकार्जुन खड़गे (कांग्रेस)।
मध्य प्रदेश– ज्योतिरादित्य सिंधिया (भाजपा), दिग्विजय सिंह (कांग्रेस), सुमेर सिंह सोलंकी (भाजपा)।
महाराष्ट्र– रामदास अठावले (आरपीआई), उदयनराजे भोसले (भाजपा), प्रियंका चतुर्वेदी (शिवसेना), भगवत किसनराव कराड (भाजपा), शरद पवार (एनसीपी) और राजीव सातव (कांग्रेस)।
मणिपुर– महाराजा सानाजाओबा लिशेम्बा (भाजपा)। मिजोरम- के वनलालवेना (एमएनएफ)।
ओडिशा– मुजिबुल्ला खान (बीजेडी), सुजीत कुमार (बीजेडी), ममता मोहंती (बीजेडी) और सुभाष चंद्र सिंह (बीजेडी)।
राजस्थान– नीरज डांगी (कांग्रेस), राजेंद्र गहलोत (भाजपा), केसी वेणुगोपाल (कांग्रेस)।
तमिलनाडु– केपी मुनुसामी (एआईडीएमके), एम थमबिदुरै (एआईडीएमके), जीके वासन (टीएमसी-एम),।
पश्चिम बंगाल– बिकास रंजन भट्टाचार्य (सीपीएम)।
जो सदस्य आज शपथ नहीं ले पाएं, वे अब आगामी सत्र में शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण के मौके पर सदन के नेता थावरचंद गहलोत, विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी, संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल भी मौजूद थे।
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