- सभी 17 हवाई अड्डे शुरू होने पर नागरिक उड्डयन की सुविधा व पर्यटन में होगा इजाफा - चरणबद्ध ढंग से विकसित किया जाएगा अयोध्या एयरपोर्ट: हरदीप सिंह पुरी
लखनऊ हवाई अड्डे: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लोक भवन में केन्द्रीय नागर विमानन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरदीप सिंह पुरी के साथ वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिए अयोध्या, चित्रकूट तथा सोनभद्र (म्योरपुर) एयरपोर्ट के लिए विकास कार्याें एवं अवस्थापना सुविधाओं के सम्बन्ध में बैठक की।
उड़ान योजना को केन्द्र के सहयोग से लगे पंख
इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले साढ़े तीन वर्षाें में उत्तर प्रदेश में 17 एयरपोर्ट के लिए विकास कार्य हो रहे हैं। पहले यहां पर मात्र 02 एयरपोर्ट कार्यशील थे। लेकिन, वर्तमान में 07 एयरपोर्ट कार्य कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशा के अनुरूप ‘उड़ान’ योजना और एयरपोर्ट निर्माण कार्य में केन्द्र सरकार का पूरा सहयोग मिल रहा है। सभी 17 एयरपोर्ट कार्यशील हो जाने पर नागरिक उड्डयन की सुविधा बढ़ेगी। बेहतर हवाई अड्डे कि कनेक्टिविटी से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, व्यापक स्तर पर रोजगार के अवसर सृजित होंगे तथा प्रदेश का तेजी से विकास होगा।
नए हवाई अड्डों से जुड़े कार्यों को लेकर कोई मामला नहीं रहेगा लम्बित
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से एयरपोर्ट सम्बन्धी विकास कार्याें के लिए पूरा सहयोग दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अयोध्या, चित्रकूट तथा सोनभद्र (म्योरपुर) एयरपोर्ट की स्थापना के लिए राज्य सरकार केन्द्र सरकार की अपेक्षाओं के अनुरूप तेजी से कार्य कर रही है। इनके सम्बन्ध में कोई भी मुद्दा लम्बित नहीं रहेगा। तीनों जनपद के जिला प्रशासन द्वारा अपेक्षित कार्यवाही की जा रही है, जिससे हवाई अड्डों की स्थापना जल्द से जल्द हो सके और एयरपोर्ट अथाॅरिटी ऑफ इण्डिया द्वारा चयनित एयर रूट पर हवाई सेवाओं का संचालन कराया जा सके।
नये मार्गों पर उड़ान की सुविधा मिलने पर बढ़ेगी कनेक्टिविटी
मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय मंत्री से बरेली, हिण्डन, सहारनपुर, मेरठ, लखनऊ तथा वाराणसी में एयरपोर्ट सम्बन्धी विकास कार्याें को किये जाने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि बरेली, हिण्डन, सहारनपुर व मेरठ से भी उड़ान की सुविधा मिलने पर कनेक्टिविटी बढ़ेगी और इन क्षेत्रों के नागरिकों को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का शेष कार्य समयबद्ध ढंग से आगे बढ़ेगा।
अयोध्या व चित्रकूट धार्मिक, आध्यात्मिक व पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण जनपद
केंद्रीय नागर विमानन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ने कहा कि अयोध्या व चित्रकूट धार्मिक, आध्यात्मिक व पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण जनपद हैं। इसी प्रकार, सोनभद्र जनपद में भी पर्यटन की अनेक सम्भावनाएं हैं। इन तीनों ही जनपदों में एयरपोर्ट की स्थापना में राज्य सरकार का पूरा सहयोग मिल रहा है।
अयोध्या एयरपोर्ट चरणबद्ध ढंग से विकसित किया जाएगा। केन्द्र व राज्य सरकार अयोध्या, चित्रकूट तथा सोनभद्र (म्योरपुर) एयरपोर्ट के लिए अवस्थापना सुविधाएं विकसित करने के लिए निरन्तर कार्य कर रही है। जिला प्रशासन का भी सहयोग मिल रहा है। निर्धारित लक्ष्य के अनुसार कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के विकास के लिए नागर विमानन तथा आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालयों द्वारा पूरा सहयोग किया जाएगा। सभी 17 एयरपोर्ट कार्यशील होंगे, जिससे हवाई अड्डे कि कनेक्टिविटी और नागरिक सुविधा बढ़ेगी तथा उत्तर प्रदेश विकास के रास्ते पर तेजी से आगे बढ़ेगा।
बरेली, सहारनपुर में उड़ान को लेकर की जा रही कार्यवाही
केन्द्रीय नागर विमानन मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि बरेली, सहारनपुर में हवाई अड्डे कि उड़ान के सम्बन्ध में कार्यवाही की जा रही है। मेरठ तथा हिण्डन से उड़ान के सम्बन्ध में स्वीकृति मिलने के बाद कार्यवाही की जाएगी। इसी प्रकार, लखनऊ तथा वाराणसी एयरपोर्ट के विकास कार्य निर्धारित प्रक्रिया के तहत किये जाएंगे।
इस अवसर पर वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अयोध्या, चित्रकूट तथा सोनभद्र के जिलाधिकारियों से संवाद किया गया। उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट की स्थापना और विकास कार्याें के सम्बन्ध में कोई समस्या नहीं है। सभी कार्य अपेक्षित लक्ष्य के अनुसार पूरे किये जाएंगे। इस मौके पर प्रदेश के नागरिक उड्डयन मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ तथा चेयरमैन एयरपोर्ट अथाॅरिटी ऑफ इण्डिया सहित नागर विमानन मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
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