- 2020 कोरोना काल में सोने की मांग में 35 फीसदी तक की आई कमी - 2010 में 0.8 ग्राम के मुकाबले 2020 में प्रति व्यक्ति 0.3 ग्राम रही खपत
नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी के चलते 2020 में सोने की मांग पिछले 11 सालों की तुलना में सबसे न्यूनतम स्तर पर पहुंच गई। जानकारों के मुताबिक, 2020 में सोने की मांग में 35 फीसदी तक की कमी आई है।
कोरोना महामारी वाले साल 2020 में भारत में सोने की कुल डिमांड 446.4 टन रही, जबकि 2019 में यह 690.4 टन थी। भारत में कुल 1.88 लाख करोड़ रुपए कीमत के सोने की खपत हुई, जो पिछले साल के मुकाबले 14% कम दर्ज की गई है। जबकि साल 2019 में ये खपत 2.17 लाख करोड़ रुपए रही थी।
2020 में अक्टूबर-दिसंबर 2020 के दौरान पीली धातु की मांग 186.2 टन रही, जबकि पिछले साल इसी समय सोने की मांग 194.3 टन थी । अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के दौरान सोने की ज्वेलरी की डिमांड 315.9 टन और गोल्ड में कुल निवेश (इन्वेस्टमेंट) डिमांड 130.4 टन की रही।
अगर वैश्विक स्तर पर बात करें तो Gold की रीसाइक्लिंग 1% बढ़कर 2020 में 1,297.4 टन रही जबकि पिछले साल यह 1,281.9 टन थी। देश में सोने का आयात में 2020 में 344.2 टन रहा, जो साल 2019 के मुकाबले 47% कम रहा। 2019 में ये 646.8 टन था। हालांकि, त्योहारी और शादियों के मौसम यानी अक्टूबर-दिसंबर में सोने की डिमांड में पिछले साल के मुकाबले 19% का उछाल जरूर दर्ज किया गया है।
उल्लेखनीय है कि साल 2010 में भारत में प्रति व्यक्ति गोल्ड की कंज्यूमर डिमांड 0.8 ग्राम हुआ करती थी। जो 2015 में 0.7 ग्राम , जबकि 2020 में घटकर 0.3 ग्राम रह गई। भारत देश में 2019 में कुल 119.5 टन सोने की रि-साइकलिंग हुई थी, जो 2020 में घटकर 95.5 टन रही।
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