आज विश्व शेर दिवस (World Lion Day) है। हर साल 10 अगस्त विश्व शेर दिवस के तौर पर मनाया जाता है। इस मौके पर केन्द्रीय वन, पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने ट्वीट करके कहा कि आज के दिन गुजरात में इनके संरक्षण की सफल कहानी सभी को बताई जानी चाहिए।
पिछले कुछ सालों में गुजरात के 30,000 वर्ग किलोमीटर में 674 एशियाई शेर निवास करने लगे हैं। पिछले पांच सालों में शेरों की संख्या में 29 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
उन्होंने ट्वीट करके कहा कि हमें इन शेरों को संरक्षित करने और इन्हें भी अपनी खोई हुई जमीन वापस करने में सहयोग करना चाहिए। वन विभाग के आंकड़ों के अनुसार साल 2015 में की गई गणना के दौरान यहां 523 एशियाई शेर थे। पांच साल में यहां 151 शेर बढ़े हैं और अब इनकी संख्या 674 हो गई है।
पिछले कुछ वर्षों में भारत में शेरों की आबादी लगातार बढ़ी : प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने विश्व शेर दिवस (World Lion Day) पर मंगलवार को शेर संरक्षण के प्रति गंभीर लोगों को बधाई देते हुए कहा कि आपको यह जानकर अधिक खुश होगी कि पिछले कुछ वर्षों में भारत में शेरों की आबादी में लगातार वृद्धि हुई है।
नरेन्द्र मोदी ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा, “शेर राजसी और साहसी होते हैं। भारत को एशियाई शेरों का घर होने पर गर्व है। विश्व शेर दिवस पर, मैं उन सभी को बधाई देता हूं जो शेर संरक्षण के प्रति गंभीर हैं। यह बात आपको और अधिक खुश करेगी कि पिछले कुछ वर्षों में भारत में शेरों की आबादी में धीरे-धीरे वृद्धि देखी गई है।”
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पीएम ने एक अन्य ट्वीट में गिर के शेरों के कई चित्र साझा करते हुए कहा कि जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब उन्हें गिर के शेरों के लिए सुरक्षित आवास सुनिश्चित करने की दिशा में काम करने का अवसर मिला था।
उन्होंने कहा, शेरों का सुरक्षित ठिकाना सुनिश्चित करने और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने कई पहलें की जिनमें स्थानीय समुदायों और वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने सहित कई कदम शामिल थे।
उल्लेखनीय है कि 2020 के आंकड़ों के मुताबिक भारत में 674 शेर हैं, जबकि 2015 में यह आंकड़ा 523 था। मुख्य रूप से गिर के जंगलों में रहने वाले एशियाई शेरों की संख्या में पिछले पांच वर्षों में यह 29 प्रतिशत की वृद्धि है।