भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम के उप-कप्तान रोहित शर्मा ने शनिवार को तेज गेंदबाज टी नटराजन की तारीफ करते हुए कहा कि वह एक ऐसे गेंदबाज हैं, जिनकी भारतीय टीम को वास्तव में जरूरत है। भारत ने ब्रिस्बेन टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को 369 रन पर रोक दिया।
भारत के लिए पहली पारी में शार्दुल ठाकुर, टी नटराजन और वाशिंगटन सुंदर ने 3-3 विकेट लिए। नटराजन ने मैथ्यू वेड, मार्नस लाबुशाने और जोश हेजलवुड को आउट किया। रोहित ने शनिवार को वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा,”नटराजन हमारे लिए एक उज्ज्वल संभावना है, उन्होंने जब सफेद गेंद के प्रारूप में भारत के लिए खेला तो काफी अनुशासन दिखाया।
आईपीएल में भी उनका प्रदर्शन शानदार था। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एकदिनी श्रृंखला ने उनके आत्मविश्वास को बढ़ाया। टेस्ट मैच में उन्होंने जो गेंदबाजी की, वह बहुत सटीक थी।”

उन्होंने कहा, “कोई ऐसा व्यक्ति जो अपना पहला टेस्ट खेल रहा है और इतना बेहतर कर रहा है, हम वास्तव में कह सकते हैं कि वह अपनी गेंदबाजी को अच्छी तरह से समझता है। यह ऐसी चीज है जिसे भारत चाहता है। नटराजन वह करने की कोशिश कर रहे थे जो उनसे उम्मीद थी।”
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलना कभी आसान नहीं
नटराजन और वाशिंगटन सुंदर के प्रदर्शन के बारे में बात करते हुए, रोहित ने कहा, “दोनों ने इस टेस्ट मैच से पहले कुछ प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलना कभी आसान नहीं है। लेकिन दोनों ने बेहतर किया।”
उन्होंने कहा, “हम ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों पर दबाव डालकर उन्हें आसान रन नहीं दे सकते हैं। इस पिच पर रन-स्कोरिंग करना आसान है, क्योंकि यह एक अच्छी पिच है। दोनों ने अपने पहले मैच में काफी अच्छा अनुशासन दिखाया और हां, टीम जो कुछ करने की उम्मीद कर रही थी दोनों ने वास्तव में वैसा ही प्रदर्शन किया।”
चौथे टेस्ट की पहली पारी में रोहित ने 44 रनों की पारी खेली, लेकिन छक्का मारने की कोशिश में रोहित ने ऑफ स्पिनर नाथन ल्योन को अपना विकेट गिफ्ट किया। लेकिन सलामी बल्लेबाज ने अपने शॉट चयन का समर्थन किया और कहा कि ल्योन पर दबाव बनाना महत्वपूर्ण था।
शनिवार को गाबा में ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच चौथे टेस्ट मैच के दूसरे दिन के तीसरे सत्र का खेल बारिश के नहीं खेला जा सका। दिन का खेल खत्म होने पर भारत ने 2 विकेट पर 62 रन बना लिए हैं। भारतीय टीम अभी भी मेजबान टीम से 307 रन पीछे है।
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