अहमदाबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट उड़ान योजना के तहत सी-प्लेन सेवा देश में पहली बार गुजरात में शुरू होने जा रही है। इस सेवा के लिये 16 मार्ग निर्धारित किये गये हैं।गुजरात में सी-प्लेन सेवा शुरू करने की तैयारियां तेजी से चल रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 अक्टूबर को साबरमती से केवड़िया की यात्रा सी-प्लेन सेे कर इस सेवा का शुभारंभ करेंगे। इसके लिए अहमदाबाद रिवरफ्रंट पर एक फ्लोटिंग जेट्टी का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। जमालपुर सरदार ब्रिज और वासना अंबेडकर ब्रिज के बीच एक सी-प्लेन लैंड होगा।
शनिवार को साबरमती रिवरफ्रंट पर एयरोड्रम के लिए जेटी बनाने के लिए सीमेंट ब्लॉक पहुंच गये हैं। लगभग 20 टन वजन वाले छह ब्लॉकों को साबरमती रिवरफ्रंट पर लाया गया है। अब इस ब्लॉक को क्रेन द्वारा नदी में एक निश्चित स्थान पर व्यवस्थित किया जाएगा। यात्री को हवाई जहाज तक पहुंचने की अनुमति देने के लिए नदी में एक ब्लॉक की व्यवस्था की जाएगी।
बताया गया है कि साबरमती नदी के पश्चिम में अंबेडकर पुल के पास पालड़ी की तरफ सी-प्लेन के एयरोड्रम के लिए जमीन आवंटित की गई है। पहले इस स्पेस पर एक गार्डन बनाने की योजना थी। केंद्रीय जहाजरानी मंत्री मनसुख मांडविया ने कुछ तस्वीरें ट्वीट कर बताया कि अहमदाबाद में साबरमती नदी के किनारे एक सी-प्लेन एयरोड्रम बनाने के लिए एक बहुत से जेटी को अहमदाबाद भेजा जा रहा था।
प्लेन साबरमती रिवरफ्रंट से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी
2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान पीएम मोदी ने सी-प्लेन पर चर्चा शुरू की। अब केंद्र सरकार ने 19 यात्रियों की क्षमता वाले तीन हवाई जहाजों का चयन किया है। प्लेन साबरमती रिवरफ्रंट से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के लिए उड़ान भरेगा। अहमदाबाद से स्टैचू ऑफ यूनिटी की दूरी को सी-प्लेन से लगभग 50 मिनट में काटा जा सकता है। अहमदाबाद से बाय रोड स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक पहुंचने में लगभग 3 घंटे लगते हैं।
इसके अलावा SeaPlan की सेवा शुरू करने के लिए स्थित शेत्रुंजी नदी पर स्थित पालिताना स्थान को चुना गया था। यह पालिताना जैन समाज के लोगों के लिए पवित्र स्थान है। लेकिन जैन समाज के विरोध के कारण यह प्रोजेक्ट रद्द किया जा सकता है। इसके अलावा उड़ान योजना के तहत अब तक 16 मार्गों की पहचान की गई है। अहमदाबाद और स्टैचू ऑफ यूनिटी के बीच सी-प्लेन सेवा का किराया 4,000 रुपये से 5,000 रुपये के बीच हो सकता है। इसके अलावा प्रतिदिन चार हल्की उड़ानें चलाई जा सकती हैं और समुद्री विमान में 2 पायलट और 2 ऑन-बोर्ड क्रू सदस्य होंगे।
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