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अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपतियों का इतिहास व उनसे जुड़े कुछ रोचक तथ्य

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में वोटो की गिनती चौथे दिन यानी 7 नवंबर 2020 को समाप्त हो गई। डोनाल्ड ट्रम्प और जो बाइडन के बीच कड़ा मुकाबला हुआ। जो बाइडन का अमेरिकी राष्ट्रपति बनना भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण है। वाइट हाउस में जो बाइडन की डेप्‍युटी कमला हैरिस होंगी। अमेरिका का राष्ट्रपति चुनाव भारत के लिए बहुत अहम् है।

आज हम आपको पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपतियों के बारे में कुछ ऐसे रोचक तथ्य बताएंगे जिसके बारे में जानकर आप भी चौंक जाएंगे

अमेरिकी चुनाव: जो बाइडन बने नए अमेरिकी राष्ट्रपति

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जो बाइडन

जो बाइडन जॉर्जिया, पेंसिल्वेनिया, नेवादा और एरिज़ोना के प्रमुख युद्ध के मैदानों में डोनाल्ड ट्रम्प पर बढ़त हासिल करने के बाद अमेरिका के नए राष्ट्रपति बन गए हैं।

वोटो की गिनती के दौरान डोनाल्ड ट्रम्प ने बाइडेन पर अधिक मुकदमों की धमकी दी है। जो बाइडन ने 290 इलेक्टोरल कॉलेज वोट (कुल वोट 7,48,61,262) हासिल किए हैं, जबकि जीत के लिए 270 वोट चाहिए थे, वहीं डोनाल्ड ट्रम्प को कुल 214 इलेक्टोरल वोट (कुल वोट 7,06,00,513) मिले हैं।

बहुमत आंकड़े से अधिक वोट हासिल कर जो बाइडन अमेरिका के नए राष्ट्रपति बन गए हैं। बाइडन अमेरिका में राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे।

कौन है जो बाइडन ?

जो बाइडन का पूरा नाम जोसेफ जो बाइडेन हैं, बाइडन की उम्र 77 वर्ष है। उनका जन्म नवंबर 1942 में हुआ था, तब भारत में ‘अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन’ चल रहा था। बाइडन बराक ओबामा के पूर्व उपाध्यक्ष रहे हैं और 2020 के राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हैं।

बाइडन सिरैक्यूज़ यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ़ लॉ के स्नातक हैं, स्नातक करने के एक साल बाद डेलावेयर बार परीक्षा पास की है। उन्होंने काउंटी परिषद के लिए काफी अभ्यास किया।

अमेरिकी सीनेट में रहते हुए, बाइडेन ने न्यायपालिका समिति और विदेशी संबंध समिति में सेवा की, कानून और राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों में एक महत्वपूर्ण अनुभव का निर्माण किया।

बाइडन का अनुभव

बाइडेन काफी अनुभवी हैं, बाइडन ने अमेरिकी सीनेट में छह कार्यकाल और उपराष्ट्रपति के रूप में दो कार्यकाल के लिए कार्य किया है। वैश्विक संकट के बीच, बाइडन राष्ट्रपति ट्रम्प के पदभार ग्रहण करने से पहले सेवा में कमी के खिलाफ अपने सरकारी अनुभव का लाभ उठाना चाह रहे हैं।

अपनी अपील में जोड़ने के लिए बाइडेन के पास आठ साल की ओबामा नीति का अनुभव भी है, जबकि अफोर्डेबल केयर एक्ट के साथ उनकी भागीदारी उन्हें एक स्वास्थ्य सेवा संकट के दौरान बाहर खड़ा करती है।

1. ट्रम्प 44वें राष्ट्रपति

Donald Trump
डॉनल्ड जॉन ट्रम्‍प

डॉनल्ड जॉन ट्रम्‍प (जन्म: 14 जून 1946) 9 नवम्बर2016 को संयुक्त राज्य अमेरिका के ४५वे राष्ट्रपति हैं। वे रिपब्लिकन पार्टी से उम्मीदवार थे तथा इन्होंने अपनी प्रतिद्वंद्वी डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन को पराजित कर विजय प्राप्त की।

इनका निवास स्थान ट्रम्प टॉवर, मैनहैटन है। इनकी कुल सम्पत्ति 400 करोड़ डॉलर है। एक अमेरिकी रिअल एस्‍टेट कारोबारी,अमेरिकी बिजनेसमैन, टीवी पर्सनालिटी, राजनेता, लेखक हैं।

ट्रम्प अमेरिका के 45वें नहीं बल्कि, 44वें राष्ट्रपति हैं । दरअसल, ग्रोवर क्लीवलैंड 1884 में चुनाव जीते और राष्ट्रपति बने । 1888 में वे हारे और फिर 1892 में राष्ट्रपति बने।

यानी बतौर क्लीवलैंड के कार्यकाल दो थे, लेकिन साल अलग-अलग था। ‘टर्म इन ऑफिस’ रूल के तहत उन्हें दो बार गिना जाता है। लेकिन, बतौर इंडिविजुअल क्लीवलैंड एक ही थे। वे 22वें और 24वें राष्ट्रपति रहे।

2. 4 बार प्रेसिडेंट रहे रूजवेल्ट

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फ्रैंकलिन डेलानो रूज़वेल्ट

फ्रैंकलिन डेलानो रूज़वेल्ट (जनवरी 30, 1882- अप्रैल 12, 1945) अमेरिका के 32वें राष्ट्रपति थे। वे द्वितीय विश्वयुद्ध और वैश्विक आर्थिक मंदी के दौरान बीसवीं सदी के सबसे महत्वपूर्ण व्यक्तियों में से थे। राष्ट्रपति पद के लिए वे चार बार चुने गए और 1933 से 1945 तक इस पर बने रहे। वे अमेरिका के पहले राष्ट्रपति थे जिन्होंने दो बार से ज्यादा इस पद की शोभा बढ़ाई।

साल 1945 में 22वें संविधान संशोधन के पहले तक अमेरिका में यह तय नहीं था कि एक व्यक्ति कितनी बार राष्ट्रपति बन सकता है। मगर कुछ सालों के बाद ही उनकी मौत हो गई।

3. सबसे कम और सबसे ज्यादा उम्र के राष्ट्रपति

जॉन एफ कैनेडी
जॉन एफ कैनेडी

जॉन एफ कैनेडी 43 साल की उम्र में राष्ट्रपति बने । संविधान के मुताबिक, राष्ट्रपति बनने के लिए आयु 35 साल होना चाहिए । रोनाल्ड रीगन जब दूसरे कार्यकाल के लिए चुने गए तब उनकी उम्र 73 साल थी।

यह भी पढ़ें: अमेरिकी नागरिकता पाने की राह हुई आसान, बाइडन प्रशासन ने ट्रंप की नीति को पलटा

4. दो बार मुकद्दर के सिकंदर बने फोर्ड

Gerald Ford
गेराल्ड फोर्ड

गेराल्ड फोर्ड बिना चुनाव जीते उपराष्ट्रपति भी बने और राष्ट्रपति भी ।  1973 में जब शिप्रो एग्न्यू ने इस्तीफा दिया तो फोर्ड वाइस प्रेसिडेंट बने। उनका अप्वॉइंटमेंट राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने किया। अगस्त 1974 में निक्सन ने इस्तीफा दिया तो फोर्ड प्रेसिडेंट बन गए।

5. सबसे लंबे और सबसे ठिगने

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अब्राहम लिंकन

अब्राहम लिंकन कद के लिहाज से सबसे लंबे (6 फीट 4 इंच) और जेम्स मेडिसन सबसे ठिगने (5 फीट 4 इंच) अमेरिकी राष्ट्रपति थे।

लिंकन (12 फरवरी, 1809 – 15 अप्रैल 1865) अमेरिका के सोलहवें राष्ट्रपति थे। इनका कार्यकाल 1861 से 1865 तक था। ये रिपब्लिकन पार्टी से थे। उन्होने अमेरिका को उसके सबसे बड़े संकट – गृहयुद्ध (अमेरिकी गृहयुद्ध) से पार लगाया। अमेरिका में दास प्रथा के अंत का श्रेय लिंकन को ही जाता है।

अब्राहम लिंकन का जन्म एक गरीब अश्वेत परिवार में हुआ था। अब्राहम लिंकन के पिता का नाम थॉमस लिंकन था. उसके पहले वे एक वकील, इलिअन्स स्टेट के विधायक (लेजिस्लेटर), अमेरिका के हाउस ऑफ् रिप्रेस्न्टेटिव्स के सदस्य थे। वे दो बार सीनेट के चुनाव में असफल भी हुए।

6. कुंवारा राष्ट्रपति

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, जेम्स बुकानन एकमात्र ऐसे अमेरिकी राष्ट्रपति थे, जो पद पर रहते हुए बैचलर थे ।

7. इन राष्ट्रपतियों की मौत कार्यकाल के दौरान हुई

  • विलिमय हैनरी हैरिसन
  • जाचेरी टेलर
  • अब्राहम लिंकन
  • जेम्स गारफील्ड
  • विलियम मैक्कैनले
  • वॉरेन हार्डिंग
  • फ्रेंकलिन डी. रूजवेल्ट
  • जॉन एफ कैनेडी

8. पहली महिला जिसने राष्ट्रपति चुनाव लड़ा

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हिलेरी क्लिंटन

हिलेरी डायेन रोढम क्लिंटन (जन्म: 26 अक्टुबर, 1947) अमेरिका के बयालीसवें राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की पत्नी हैं और सन् 1993 से 2001 तक अमेरिका की प्रथम महिला रहीं।

2008 में अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रैटिक पार्टी की अग्रणी उम्मीदवार रहीं।

वे अमेरिका के इलिनॉय प्रांत की रहने वाली हैं। 1969 में वेलेस्ले विश्विद्यालय, जहाँ से वे राजनीति विज्ञान में स्नात्कोत्तर हैं, में अपने विवादास्पद कमेंसमेंट भाषण से वे राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में आ गईं। 1973 में येल लॉ स्कूल से स्नातक होने के उपरांत उन्होंने अपना पेशा एक अधिवक्ता के रूप में अमरीका के अरकांसास प्रांत में शुरु किया।

1988 तथा 1991 में उन्हें अमरीका के सौ सबसे प्रभावशाली वकीलों में सूचीबद्ध किया गया। अमेरिकी सेनेटर के रूप में अपना पहला कार्यकाल उन्होंने 3 जनवरी, 2001 में शुरु किया।

9. बराक ओबामा

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पहले अफ्रीकन-अमेरिकन प्रेसिडेंट। वे दो बार राष्ट्रपति रहे।

बराक हुसैन ओबामा का जन्म 4 अगस्त, 1971 में हुआ और वो अमेरिका के 44वें राष्ट्रपति रहे। वे इस देश के प्रथम अश्वेत (अफ्रीकी अमरीकन) राष्ट्रपति हैं। उन्होंने 20 जनवरी, 2009 को राष्ट्रपति पद की शपथ ली। ओबामा इलिनॉय प्रांत से कनिष्ठ सेनेटर तथा 2007 में अमरीका के राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रैटिक पार्टी के उम्मीदवार थे।

ओबामा हार्वर्ड लॉ स्कूल से 1991 में स्नातक बनें, जहाँ वे हार्वर्ड लॉ रिव्यू के पहले अफ्रीकी अमरीकी अध्यक्ष भी रहे। 1949 से 2004 इलिनॉय सेनेट में तीन सेवाकाल पूर्ण करने के पूर्व ओबामा ने सामुदायिक आयोजक के रूप में कार्य किया है और नागरिक अधिकार अधिवक्ता के रूप में प्रेक्टिस की है।

1992 से 2004 तक उन्होंने शिकागो विधि विश्वविद्यालय में संवैधानिक कानून का अध्यापन भी किया। सन् २००० में अमेरिकी हाउस ऑफ रिप्रेसेंटेटिव में सीट हासिल करने में असफल होने के बाद जनवरी 2003 में उन्होंने अमरीकी सेनेट का रुख किया और मार्च 2004 में प्राथमिक विजय हासिल की। नवंबर 2003 में सेनेट के लिये चुने गये।

110वें काँग्रेस में लॉबिंग व चुनावी घोटालों, पर्यावरण के बदलाव, नाभिकीय आतंकवाद और युद्ध से लौटे अमेरीकी सैनिकों की देखरेख से संबंधित विधेयकों के निर्माण में उन्होंने सहयोग दिया। विश्वशांति में उल्लेखनीय योगदान के लिए बराक ओबामा को वर्ष 2009 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए चुना गया है।

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