लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बुधवार को अपने कार्यकाल का आखिरी और 2021-22 का पहला अनुपूरक बजट विधान मण्डल में पेश किया। सत्र के दूसरे दिन प्रदेश के वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने विधान सभा में 7301.52 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश किया और कहा कि वर्तमान सरकार प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए कटिबद्ध है।
योगी सरकार के अनुपूरक बजट में युवाओं और किसानों का विशेष ध्यान रखा गया है। युवाओं के रोजगार के लिए 3 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसमें प्रदेश के ढांचागत विकास के लिए भी इंतजाम किया गया है।
वित्तमंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने अपने बजट भाषण में कहा कि इस बजट में युवाओं के लिए रोजगार, गन्ना किसानों के भुगतान और अधिवक्ताओं की मदद, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के मानदेय में वृद्धि, बिजली सुधार और गोवंश के रखरखाव पर विशेष जोर दिया गया है।
इससे पूर्व विपक्षी दलों के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही विधानसभा अध्यक्ष को दो बार स्थगित करनी पड़ी। सदन शुरू होने के पहले पूर्वाह्न करीब 10 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में कैबिनेट की एक अहम बैठक में अनुपूरक बजट के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।
यूपी विधानसभा में उठा महंगाई का मुद्दा
मानसून सत्र के दूसरे दिन विधानसभा में पूर्वाह्न 11 बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, वैसे ही नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने महंगाई का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि पेट्रोल, डीजल के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं। लोगों को खाने के लाले पड़े हैं। सदन में सबसे पहले महंगाई पर चर्चा होनी चाहिए। इसी बीच सपा समेत विपक्षी सदस्यों ने हंगामा और नारेबाजी शुरू कर दी।
Also Read: कानपुर मेट्रो का 88 प्रतिशत कार्य पूर्ण, ट्रायल रन 15 नवम्बर से
विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने विपक्षी सदस्यों को समझाने की कोशिश की लेकिन वे नहीं माने। इसके बाद उन्होंने सदन की कार्यवाही 40 मिनट के लिए स्थगित कर दी। हालांकि बाद में जब कार्यवाही शुरू हुई तो दूसरी बार विधानसभा अध्यक्ष को हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि विपक्ष के पास कोई काम नहीं है। वह सदन की कार्यवाही में बाधा डालना चाहता है। प्रदेश में पेट्रोल और डीजल के दाम अन्य राज्यों से कम हैं। इन पर वैट भी अन्य राज्यों की तुलना में कम है। सरकार गरीबों को मुफ्त में खाद्यान्न बांट रही है।
नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने प्रश्नकाल शुरू होने से पहले महंगाई का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि महंगाई चरम पर है। जनता परेशान है, त्रस्त है। उन्होंने कहा कि जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। इस पर सपा और अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने हंगामा और नारेबाजी शुरू कर दी।