30 C
New Delhi
June 26, 2025
उत्तर प्रदेश

केंद्रीय विद्यालय बीएचयू में ‘जीत की ज़िद’ विराट रंगोली बनी आकर्षण का केन्द्र

-2,500 वर्गफीट रंगोली में देश के वीर सपूतों को किया नमन, कुछ नया करने का संदेश

वाराणसी: जीत की ज़िद एक प्रयास है और साथ ही ज़िद है कुछ नया करने की। ये छोटी-छोटी ज़िद ही बडी जीत को अंजाम देते हैं। इसी भाव को साकार किया शनिवार को विराट रंगोली के जरिये केंद्रीय विद्यालय बीएचयू के 75 नवोदित छात्र-कलाकारों ने।

चित्रकार कौशलेश कुमार के नेतृत्व में 20 कलाकारों के साथ छात्रों के प्रतिभा को जिसने भी देखा, देखता ही रह गया। अवसर रहा अंतर्राष्ट्रीय अंहिसा दिवस, भारतीय स्वतंत्रता के गौरवशाली 75 वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित “आजादी का अमृत महोत्सव” को समर्पित “एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम” के अंतर्गत जीत की जिद विराट रंगोली का।

केंद्रीय विद्यालय

विद्यालय परिसर में डिजाइन इनोवेशन सेंटर, व्यवहारिक कला विभाग, काशी हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी,अकत्व आर्ट फाउंडेशन, नई दिल्ली एवं विकास ड्राइंग इंपोरियम, वाराणसी के सहयोग से 50गुणे 50 फीट (2,500 वर्गफीट ) विराट रंगोली बनाकर देश के वीर सपूतों को नमन किया गया।

विद्यालय के नवोदित छात्र कलाकारों ने अपनी कलात्मक उड़ान के जरिये महात्मा गांधी,सरदार भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, राजगुरु, सुखदेव, महामना पंडित मदन मोहन मालवीय एवं लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के साथ देश भक्ति थीम पर आधारित रंगोली में रंगों के माध्यम से रचना की।

टीम ने स्वतंत्रता के अमर नायकों के व्यक्तित्व के साथ न्याय करते हुए नयी कलात्मकता को आकार दिया। आजादी के अमर नायकों की शौर्य गाथा को रंग देकर और अधिक रंगीन बनाया।

20 कलाकारों ने भी छात्रों का मार्गदर्शन कर सहयोग किया

इसमें दृश्य कला संकाय, काशी हिंदू विश्वविद्यालय, कला एवं शिल्प महाविद्यालय लखनऊ विश्वविद्यालय, ललित कला संकाय एवं डॉ. विभूति नारायण सिंह परिसर, गंगापुर, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, कला एवं शिल्प महाविद्यालय, पटना विश्वविद्यालय, पटना, राजकीय कला महाविद्यालय, चंडीगढ़, राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय, ग्वालियर से संबंध रखने वाले 20 कलाकारों ने भी छात्रों का मार्गदर्शन कर सहयोग किया।

Also Read: अभ्युदय योजना: यूपी के युवाओं के अफसर बनने की राह अब होगी और आसान

कार्यक्रम में बीएचयू के कार्यकारी कुलपति विजय कुमार शुक्ला ने वृहद प्रयास की सराहना करते हुए विद्यार्थियों को शिक्षण के क्षेत्र में कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम में मौजूद केंद्रीय विद्यालय संगठन वाराणसी के उपायुक्त डी मणिवन्नन ने भी प्रतिभागियों को सराहा। कार्यक्रम में अतिथियों ने कार्यक्रम का प्रोमो बनाने और उसे जारी करने वाले सुधीर सिंह को भी सराहा।

विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ दिवाकर सिंह ने अतिथियों का स्वागत और उप प्राचार्य विनीता सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में निदेशक, अकत्व आर्ट फाउन्डेशन सलोनी वाधवा, मनीष अरोड़ा, प्रमुख, डिजाइन इन्नोवेशन सेंटर, ग्लोबल शांति पुरस्कार से नवाजे गए डॉक्टर जगदीश पिल्लई, डॉ सुनील कुमार विश्वकर्मा न्यूरोलॉजी विभाग आई एमएस बीएचयू के प्रो.विजयनाथ मिश्र आदि की खास उपस्थिति रही।

Related posts

यूपी में बढ़ा वीकेंड लॉकडाउन, अब शुक्रवार से मंगलवार तक रहेगा सब कुछ बंद

Buland Dustak

उत्तर प्रदेश की कोविड राजधानी बना लखनऊ, 24 घंटे में 36 मरीजों की मौत

Buland Dustak

उप्र में मिशन शक्ति अभियान से जागरूक हुईं महिलाएं, हक की आवाज हुई बुलंद

Buland Dustak

इंटरैक्टिव अवेयरनेस सेशन सक्षम प्रोजेक्ट में लड़कियों ने सीखे आत्मरक्षा के गुण

Buland Dustak

उप्र में वोकल फॉर लोकल को मिलेगा बढ़ावा, औद्योगिक गतिविधियों को मिलेगी मजबूती

Buland Dustak

उप्र: कोरोना काल में बढ़ा बैंकिंग कारोबार, 14 फीसदी की हुई वृद्धि

Buland Dustak