बस्ती: प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि इंसेफेलाइटिस दिमागी बुखार से पूर्वी उत्तर प्रदेश मुक्त होने के कगार पर है। बस्ती-गोरखपुर मंडल में इस बीमारी से प्रतिवर्ष हजारों बच्चे संक्रमित होते थे इलाज के अभाव में उनकी मौत हो जाती थी, लेकिन साढ़े 4 वर्ष में हम लोगों ने मौत को ही नहीं संक्रमण की दर पर भी काबू पाया है।
आज पंडित अटल बिहारी वाजपेयी प्रेक्षागृह में आयोजित संचारी रोग अभियान की शुरुआत करने के बाद श्री योगी ने कहा कि यह अभियान प्रदेश व्यापी अभियान है। साढ़े 4 वर्ष के भीतर विभागीय समन्वय स्थापित करके पूरे उत्तर प्रदेश में इंसेफेलाइटिस दिमागी बुखार बीमारी से लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयारी की गई है।
यह सभी मौसमी बीमारियां हैं मौसम के साथ आती हैं और लोगों को प्रभावित करके चली जाती हैं। इससे हम लोगों को बचाने के लिए पूरी तरह से जागरूक होना पड़ेगा। 2017 से यह तीसरे चरण का शुरुआत किया गया है शुरुआत में सभी नागरिक शामिल होकर इस अभियान को सफल बनाने में आगे आएं तभी ऐसी बीमारियों से हम लोग पूरी तरह से काबू पा सकेंगे।
अभियान के तहत पहले की अपेक्षा हम लोग 75 प्रतिशत संक्रमण पर काबू पा गए हैं और मृत्यु दर में 95 प्रतिशत की कमी आई है। अगर ऐसे ही जागरूकता अभियान रहा तो हम इस बीमारी को जड़ से समाप्त कर देंगे।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश तेजी से विकास की ओर अग्रसर है और इस सदी की सबसे बड़ी महामारी में भारत ने दो-दो वैक्सीन विकसित करके पूरे विश्व में एक नया स्थान प्राप्त किया है। भारत ने कोरोना का 100 करोड़ डोज दिया है।
उत्तर प्रदेश में दिमागी बुखार और कोरोना मुक्त होने के कगार पर
उत्तर प्रदेश सरकार ने 12 करोड़ कोरोना का डोज दे दिया है। हम इसे शीघ्र ही 13 करोड़ के करीब पहुंचा ले जाएँगे। जिस तरह से पूरे प्रदेश में 72 हजार से अधिक निगरानी समितियां टीमवर्क के साथ मिलकर काम की है अगर ऐसे ही रहा तो हम उत्तर प्रदेश को पूरी तरह से कोरोना से मुक्त कर देंगे।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कोरोना मुक्त होने के कगार पर है अगर आज 10 हजार टेस्ट किया जाता है तो उनमें से एक व्यक्ति संक्रमित मिलता है। ऐसी स्थिति में हम लोग कोरोना संक्रमण को पूरी तरह से समाप्त करने की ओर हैं।
Also Read: आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य, देश बने दुनिया की बड़ी सैन्य ताकत : प्रधानमंत्री
संचारी रोग में अगर एक हजार लोग संक्रमित होते थे तो इसमें से 260 लोगों की मौत हो जाती थी। लेकिन कोरोना में एक हजार लोग संक्रमित हुए तो उनमें से 13 लोगों की मौत हुई है और साढ़े 4 वर्ष के भीतर हम लोग संचारी रोग से लड़कर मृत्यु दर को 95% कम कर ले गए हैं।
योगी ने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना से बचने के लिए सभी लोग कोरोना की पहली डोज प्राप्त करने के बाद संक्रमण से 70 प्रतिशत बचने की सम्भावना है तथा दूसरी डोज प्राप्त करने पर 99 प्रतिशत बचने की सम्भावना रहती है। इसलिए सभी लोग कोरोना की डोज समय से प्राप्त कर लें और बिना मास्क के घर से बाहर ना निकले।
आगामी त्यौहारों में बाहर से लोग आएंगे, हो सकता है दूसरे प्रदेश से संक्रमित होकर आये और यहां के लोगो संक्रमित कर दें। उनसे बचने के लिए हम लोगों को पूरी तरह से चौकन्ना रहना होगा और कोविड-19 के नियमों का पालन करना होगा। जिससे उत्तर प्रदेश को कोरोना से मुक्त किया जा सके।