भोपाल: आगामी एक नवम्बर को मध्य प्रदेश का स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को मंत्रालय में सम्पन्न बैठक मध्य प्रदेश स्थापना दिवस समारोह के लिए संस्कृति विभाग द्वारा की जा रही तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि कोविड प्रोटोकॉल के तहत 50 प्रतिशत उपस्थिति में लाल परेड ग्राउण्ड पर प्रदेश का स्थापना दिवस समारोह आयोजित किया जाए।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कार्यक्रमों की थीम आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश और मध्यप्रदेश के निर्माण में नागरिकों के योगदान पर केन्द्रित हो। कार्यक्रम भव्य हों और मनोरंजन के साथ ही संदेशपरक भी हों और प्रत्येक व्यक्ति कार्यक्रमों से जुड़ाव महसूस करें। इस उद्देश्य से तीन दिवसीय कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की जाए।
सीएम ने कन्या शिक्षा, औद्योगिकीकरण और अन्य विषयों पर नाट्य प्रस्तुतियों के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनियाँ सिर्फ भोपाल में ही न लगे बल्कि जिलों तक इनका विस्तार हो। स्थापना दिवस कार्यक्रमों पर नागरिक गौरव का अनुभव करें।
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मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि स्थापना दिवस कार्यक्रमों में अन्य विभागों की सहभागिता भी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि कोरोना काल में टीकाकरण और अन्य सेवा कार्यों में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले व्यक्तियों सहित विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों का सम्मान भी जरूरी है। यह कार्यक्रम भी स्थापना दिवस समारोह से जोड़ा जा सकता है।
सीएम ने कहा कि स्थापना दिवस पर मुम्बई के प्रख्यात गायकों द्वारा प्रस्तुति और लता मंगेश्कर एवं किशोर कुमार राष्ट्रीय सम्मान प्रदान करने पर तैयार की गई रूपरेखा सराहनीय है। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने स्थापना दिवस पर लाइट एण्ड साउण्ड शो और अन्य प्रस्तुतियों में मध्यप्रदेश माध्यम की टीम का सहयोग प्राप्त करने की आवश्यकता बताई। प्रमुख सचिव संस्कृति शिवशेखर शुक्ला ने स्थापना दिवस पर हो रही विभिन्न गतिविधियों के संबंध में जानकारी दी।