11.1 C
New Delhi
January 29, 2025
हिमाचल प्रदेश

हिमाचल: किन्नौर भूस्खलन हादसे में 10 शव बरामद, 13 लोगों को सुरक्षित निकाला गया

-मलबे में दबी HRTC बस, कई यात्रियों की मौत की आशंका
-सेना से हादसे में राहत एवं बचाव के लिए हेलीकाप्टर की मांग की

शिमला: हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला किन्नौर के निगलसूरी में नेशनल हाईवे पर हुए भीषण भूस्खलन की घटना में मलबे में फंसे लोगों को निकालने का कार्य युद्वस्तर पर चल रहा है। स्थानीय पुलिस, होमगार्ड के अलावा एनडीआरएफ और आईटीबीपी की टीमें मुस्तैदी से राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।

बचाव टीमों ने अब तक घटनास्थल से 10 शव बरामद किए हैं। इनमें आठ शव मलबे में दफन एक टाटा सूमो जीप से निकाले गए हैं जबकि मलबे में फंसे 13 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। कई लोगों के अभी भी मलबे में फंसे होने की आशंका है।

हिमाचल भूस्खलन

भीषण भूस्खलन के कारण HRTC बस समेत दो वाहन और एक ट्रक मलबे में दब गए। HRTC बस अभी भी मलबे में दबी है और बचाव टीमें इसमें मौजूद यात्रियों को बाहर निकालने का भरसक प्रयास कर रही हैं। भूस्खलन का ये खौफनाक मंजर बुधवार दोपहर 12ः30 बजे निचार तहसील के तहत निगलसूरी में हुआ।

भूस्खलन की चपेट में आई एक टाटा सुमो पूरी तरह तबाह हो गई

पहाड़ से भारी मात्रा में चट्टानें और मलबा गिरने के कारण हाईवे पर से गुजर रहे वाहन इसकी चपेट में आ गए। इससे घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई। इसके बाद वहां पर आसपास और स्थानीय प्रशासन के लोग पहुंच और अपने स्तर पर मदद करने लगे। सूचना पर आलाधिकारी सक्रिय हुए और राहत-बचाव तेज हुआ।

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के निदेशक सुदेश कुमार मोक्टा ने बताया कि अब तक 10 शव बरामद हुए हैं। इन्हें पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। 13 लोगों को घटनास्थल से सुरक्षित निकालकर उपचार के लिए भावानगर सामुदायिक अस्पताल में भर्ती किया गया है। उन्होंने कहा कि रिकांगपिओ-हरिद्वार रूट की HRTC बस मलबे में दबी है और राहत टीमें यात्रियों के रेस्क्यू में जुटी हैं।

हिमाचल के भूस्खलन की चपेट में आई एक टाटा सुमो पूरी तरह तबाह हो गई, जबकि एक कार को आंशिक नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा पहाड़ी से गिरी चट्टानों की जद में आने से एक ट्रक लुढ़क कर नदी के किनारे जा गिरा। ट्रक चालक के शव को भी बरामद कर लिया गया है।

Also Read: महाराष्ट्र में प्रकृति के क्रूर मिजाज से आई तेज बारिश ने ढाया कहर

किन्नौर के उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि इस घटना के दो मृतकों की शिनाख्त रोहित (24) पुत्र सैंज राम निवासी रामपुर जिला शिमला और विजय कुमार (32) पुत्र जगदीश चंद निवासी सुजानपुर टीहरा जिला हमीरपुर के रूप में हुई है। जबकि आठ शवों की अभी तक शिनाख्त नहीं हो पाई है।

फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए राहत व बचाव कार्य चल रहा है

उन्होंने कहा कि घायलों में उना निवासी प्रशांत व वरूण, हमीरपुर के सुजानपुर टीहरा निवासी राजेंद्र, किन्नौर के निचार निवासी दौलत, पंजाब के फतेहगढ़ निवासी चरण जीत सिंह, बिलासपुर निवासी महिंद्र पाल, मंडी निवासी गुलाब सिंह, नेपाल निवासी सवीण शर्मा, शिमला के रामपुर निवासी जाप्ती देवी और अरुण, किन्नौर निवासी चंद्र, कैजंग नेगी और अनिल कुमार शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि घटनास्थल पर अभी भी कई लोग फंसे हुए हैं। इन्हें निकालने के लिए राहत व बचाव कार्य युद्वस्तर पर चल रहा है। स्थानीय पुलिस, होमगार्ड के अलावा एनडीआरएफ और आईटीबीपी की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं।

राज्य के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने बुधवार को विधानसभा में एक विशेष वक्तव्य में कहा कि हिमाचल के इस भूस्खलन में फंसे लोगों को निकालना सरकार की पहली प्राथमिकता है।

इसके लिए सरकार की ओर से हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं और NDRF, SDRF, ITBP, सेना तथा अन्य राहत व बचाव एजेंसियों के लोग मौके पर पहुंच गए हैं और राहत व बचाव कार्य चल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सेना ने भी इस हादसे में राहत व बचाव कार्य के लिए पेशकश की है। उन्होंने कहा कि सरकार ने सेना से हादसे में राहत एवं बचाव के लिए हेलीकाप्टर की भी मांग की है।

Related posts

हिमाचल में बिगड़ेगा मौसम, 12 को प्रीमानसून की बारिश का येलो अलर्ट

Buland Dustak

हिमाचल में मानसून ने फिर पकड़ी रफ्तार, सिरमौर और शिमला में भारी बारिश

Buland Dustak

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश व बर्फबारी की चेतावनी- येलो और ऑरेंज अलर्ट

Buland Dustak

हिप्र में 21 लाख लोगों को निशुल्क स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने का लक्ष्य

Buland Dustak

हिमाचल में कर्फ्यू में ढील, सार्वजनिक परिवहन बहाल, 14 जून से दौड़ेंगी बसें

Buland Dustak