नई दिल्ली: रेल मंत्रालय ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के मद्देनजर हावड़ा-कालका मेल का नाम बदलकर ‘नेताजी एक्सप्रेस’ कर दिया। रेल मंत्रालय ने कहा, भारतीय रेलवे को रेलगाड़ी संख्या 12311/12312 हावड़ा-कालका एक्सप्रेस का नामकरण ‘Netaji Express’ करते हुए प्रसन्नता हो रही है। नेताजी के पराक्रम ने भारत की स्वतंत्रता और विकास का मार्ग प्रशस्त किया।
मंत्री पीयूष गोयल ने घोषणा की कि रेलवे ने अपनी सबसे पुरानी ट्रेनों में से एक हावड़ा-कालका एक्सप्रेस का नाम बदलकर नेताजी के ‘पराक्रम’ को श्रद्धांजलि देने का फैसला किया है। गोयल ने ट्वीट किया, नेताजी के पराक्रम ने भारत को स्वतंत्रता और विकास के एक्सप्रेस मार्ग पर ला खड़ा किया है। मैं नेताजी एक्सप्रेस की शुरुआत के साथ उनकी वर्षगांठ मनाने के लिए रोमांचित हूं।
सुभाष चंद्र बोस की जयंती ‘पराक्रम दिवस’ के नाम से मनाई जाएगी
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने इस साल से नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को ”पराक्रम दिवस” के रूप में मनाने की घोषणा की है। देश के भीतर और बाहर भारत सरकार के कैलेंडर में अब 23 जनवरी को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी, 1897 को हुआ था। उन्होंने आज़ाद हिंद फौज का गठन कर भारत की आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। आज़ाद हिन्द फ़ौज (आईएनए) के 60 हजार सैनिकों में से 26 हजार सैनिकों ने देश के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया था।
इस दिन पराक्रम दिवस के पहले कार्यक्रम में स्वयं प्रधानमंत्री कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल में स्मारक के उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे। सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती: रेलवे ने हावड़ा-कालका मेल का नाम बदलकर ‘Netaji Express’ किया।
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