- अब तक खुले 40 करोड़ से अधिक खाते - 55 प्रतिशत महिलाओं और 63 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्रों में खुले खाते
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘जन धन’ योजना की छठी वर्षगांठ के मौके पर शुक्रवार को लोगों को बधाई दी और कहा कि योजना आर्थिक क्षेत्र में गेम चेंजर है। इसने गरीबी उन्मूलन की अनेक पहल में नींव का काम किया है।
2014 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सत्ता में आने के बाद मोदी सरकार की यह पहली बड़ी परियोजनाओं में से एक थी। इसके तहत करोड़ों लोगों के जीरो बैलेंस के खाते खोले गए, इनमें अधिकांश महिलाएं और ग्रामीण क्षेत्रों से ताल्लुक रखने वाले लोग हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर लोगों को बधाई दी और इसकी उपलब्धियां गिनाते हुए ट्वीट किया। उन्होंने ट्वीट में लिखा, आज से 6 साल पहले प्रधानमंत्री जन धन योजना को लॉन्च किया गया था, जिसका उद्देश्य लोगों को बैंकिंग व्यवस्था से जोड़ना था। ये एक गेमचेंजर साबित हुआ, जिसने गरीबी में फंसे लोगों को फायदा पहुंचाने का काम किया।
करोड़ों परिवारों का भविष्य सुरक्षित हुआ
मोदी ने कहा, प्रधानमंत्री जन धन योजना के कारण करोड़ों परिवारों का भविष्य सुरक्षित हुआ है। इसमें अधिकतर लोग ग्रामीण इलाकों के हैं और महिलाएं हैं। जिन्होंने इस योजना के लिए काम किया है, मैं उनको धन्यवाद करता हूं। प्रधानमंत्री ने एक अन्य ट्वीट कर योजना से जुड़े आंकड़ों को साझा करते हुए बताया कि 6 साल पहले 2015 के अगस्त माह में शुरू हुई इस योजना के तहत अब तक (अगस्त 2020) 40.35 करोड़ बैंक खाते खोले जा चुके हैं।
उन्होंने बताया कि कुल बैंक खातों में 55.2 प्रतिशत खाते महिलाओं के नाम हैं, जबकि 44.8 प्रतिशत खाते अन्य लोगों के हैं। उन्होंने आंकड़ों के माध्यम से बताया कि इससे सबसे ज्यादा ग्रामीण क्षेत्र के लोग लाभान्वित हुए हैं।
मोदी ने कहा, जन धन योजना के तहत खुले बैंक खातों में से 63.6 प्रतिशत ग्रामीण इलाकों में हैं, जबकि सिर्फ 36.4 प्रतिशत शहरी इलाकों में हैं। इस योजना के तहत जीरो बैलेंस के जरिए खाता खोला जा सकता है। इसके अलावा इसमें 2 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा (निशुल्क) और डेबिट कार्ड मिलने की भी सुविधा है।
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