विशाखापट्टनम : भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने संभावना जताई है कि बंगाली की खाड़ी से उठा चक्रवात जवाद(Jawad Cyclone) दक्षिण ओडिशा के गोपालपुर और पुरी पहुंचने तक कमजोर पड़ने जाएगा। यह आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के लिए राहत की खबर है। श्रीकाकुलम में एक मौत होने की खबर है। रेलवे ने सकर्तता बरतते हुए रविवार के लिए कई ट्रेनें निरस्त कर दी हैं।
रविवार को मौसम विभाग ने बताया कि पुरी के तट से टकराने से पहले Jawad Cyclone कमजोर हुआ है। तूफान के कमजोर पड़ने से नुकसान और तबाही कम होने की संभावना है। इसके साथ ही पुरी में बारिश शुरू हो गई है।
मौसम विभाग ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल के उत्तरी तटीय और आसपास के क्षेत्रों में भारी से भारी वर्षा की संभावना जताई है। आईएमडी ने कहा कि अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और ओडिशा, पश्चिम बंगाल और उत्तरी आंध्र प्रदेश तटों पर बारिश हो सकती है। स्थानीय प्रशासन ने मछुआरों से इन इलाकों में समुद्र तट से दूर रहने की चेतावनी भी दी है।
आंध्र प्रदेश के राहत आयुक्त कन्नाबाबू ने बताया कि जवाद के प्रभाव से शनिवार को देर रात तक श्रीकाकुलम जिले में भारी बारिश के बीच प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए स्थानीय प्रशासन ने 60 राहत शिविर स्थापित किए हैं। जवाद के कमजोर पड़ने और इसके ओड़िशा तट की ओर बढ़ने से आंध्र प्रदेश के उत्तर तटीय जिलों के लोगों ने राहत की सांस ली है।
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मिले आंकड़ों के अनुसार आज विजयनगरम और विशाखापट्टनम में भारी बारिश नहीं हुई है लेकिन श्रीकाकुलम जिले में 11 सेंटीमीटर से अधिक बारिश दर्ज की गई। श्रीकाकुलम जिले के वज्रपुकोथरू मंडल में तेज हवा के कारण एक नारियल का पेड़ गि गया, जिसकी चपेट में आने से 16 वर्षीय गोरकला इंदु की मौके पर ही मौत हो गई है। आंध्र प्रदेश के मत्स्य पालन मंत्री राजू ने अस्पताल जाकर मृतक के परिजन से मुलाकात की और उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है।
इस बीच दक्षिण मध्य रेलवे ने क्षेत्र में चक्रवात के मद्देनजर रविवार के लिए 60 से अधिक ट्रेन निरस्त कर दी हैं।