19.1 C
New Delhi
November 21, 2024
देश

बाइकर्स दल ने आजाद तिरंगा यात्रा के जरिये पूरा किया 1300 किमी का सफर

- गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड और लिम्का बुक रिकार्ड में दर्ज हो सकती है यात्रा
- आजाद तिरंगा यात्रा में कानपुर के आठ युवा बाइकर्स शामिल

कानपुर: देश की आजादी के 75वें वर्ष पर अमृत महोत्सव के जरिये शहीदों को याद किया गया। इस अमृत महोत्सव को यादगार बनाने के लिए बाइकर्स दल ने आजाद तिरंगा यात्रा के जरिये 1300 किमी का सफर किया, जिसमें कानपुर के आठ युवा शामिल रहें।

यही नहीं कारगिल के साथ लद्दाख के कई रास्तों पर भी तिरंगा लहराकर शहीद जवानों को बाइकर्स दल ने श्रद्धांजलि अर्पित की। इस यात्रा को बाइकर्स दल ने गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड और लिम्का बुक रिकार्ड के लिए भेजा है।

आजाद तिरंगा यात्रा

आजाद बाइकर्स के नाम से गुजरात, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और असम के 40 सदस्यीय दल ने भारत के विभिन्य राज्यों से होते हुए 1300 किमी का सफर तय कर लिया। इस दल में शहर के आठ युवा अपनी बुलेट लेकर शमिल हुए और पांच दिन में सफर को तय किया।

बाइकर्स दल ने आजाद तिरंगा यात्रा के जरिए लद्दाख तक पहाड़ी के दुर्गम रास्तों पर तिरंगा लेकर युवाओं की टोली ने देश भक्ति का संदेश दिया। पांच दिनों 1300 किमी का सफर बाइक से कर कारगिल स्थित ग्रास मेमोरियल पर तिरंगा फहराकर यात्रा का समापन किया गया।

Also Read: Netaji Indoor Stadium में शुरू हुई देश की सबसे पुरानी टूरिज्म प्रदर्शनी

दल में कानपुर के अंबुज पाठक के साथ सिद्धांत गौर, करन सिंह, मोहम्मद फैजल, नवनीत श्रीवास्तव, हर्षित बेरीबाल, तीरज यादव व सुनित मुखर्जी शामिल रहें। टीम को लीड करने वाले घंटाघर निवासी अंबुज पाठक ने बताया कि रास्ते में आर्मी कैंप में रुककर कई कार्यक्रमों में शामिल हुए। इस यात्रा को गिनीज और लिंका बुक रिकार्ड में नामांकन के लिए भेजा है।

सुनाई देती थी भारत मात की जयकार

अंबुज पाठक ने बताया कि बाइकर्स का दल जहां से गुजरता वहां भारत माता की जयकार की गूंज सुनाई देती। कारगिल के साथ लद्दाख के कई रास्तों पर भी तिरंगा लहराकर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। लद्दाख व कारगिल के कई दुर्गम रास्तों पर सफर को पूरा किया।

कई सेना के कैंप में भी उन्होंने प्रवास किया। आजाद तिरंगा यात्रा के जरिए रास्ते में देश भक्ति का संदेश दिया। सेना के कार्यक्रमों में शामिल होकर शहीद वीर सपूतों को श्रद्धांजलि दी और भारत माता के जयकारे लगाये।

Related posts

​वाइस एडमिरल अजेंद्र बहादुर सिंह ने पूर्वी नौसेना की कमान संभाली

Buland Dustak

‘वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स’ में दर्ज हुई दुनिया की सबसे ऊंची अटल टनल

Buland Dustak

मशहूर शायर राहत इंदौरी का कोरोना संक्रमण से निधन: मप्र

Buland Dustak

विक्रमोत्सव 25 मार्च से 2 अप्रैल तक, पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर होंगे कार्यक्रम

Buland Dustak

पीएम मोदी वाराणसी दौरा, कन्वेंशन सेंटर रुद्राक्ष को अपनी काशी को सौंपा

Buland Dustak

मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग को मिले तीन अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार

Buland Dustak