- गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड और लिम्का बुक रिकार्ड में दर्ज हो सकती है यात्रा - आजाद तिरंगा यात्रा में कानपुर के आठ युवा बाइकर्स शामिल
कानपुर: देश की आजादी के 75वें वर्ष पर अमृत महोत्सव के जरिये शहीदों को याद किया गया। इस अमृत महोत्सव को यादगार बनाने के लिए बाइकर्स दल ने आजाद तिरंगा यात्रा के जरिये 1300 किमी का सफर किया, जिसमें कानपुर के आठ युवा शामिल रहें।
यही नहीं कारगिल के साथ लद्दाख के कई रास्तों पर भी तिरंगा लहराकर शहीद जवानों को बाइकर्स दल ने श्रद्धांजलि अर्पित की। इस यात्रा को बाइकर्स दल ने गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड और लिम्का बुक रिकार्ड के लिए भेजा है।
आजाद बाइकर्स के नाम से गुजरात, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और असम के 40 सदस्यीय दल ने भारत के विभिन्य राज्यों से होते हुए 1300 किमी का सफर तय कर लिया। इस दल में शहर के आठ युवा अपनी बुलेट लेकर शमिल हुए और पांच दिन में सफर को तय किया।
बाइकर्स दल ने आजाद तिरंगा यात्रा के जरिए लद्दाख तक पहाड़ी के दुर्गम रास्तों पर तिरंगा लेकर युवाओं की टोली ने देश भक्ति का संदेश दिया। पांच दिनों 1300 किमी का सफर बाइक से कर कारगिल स्थित ग्रास मेमोरियल पर तिरंगा फहराकर यात्रा का समापन किया गया।
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दल में कानपुर के अंबुज पाठक के साथ सिद्धांत गौर, करन सिंह, मोहम्मद फैजल, नवनीत श्रीवास्तव, हर्षित बेरीबाल, तीरज यादव व सुनित मुखर्जी शामिल रहें। टीम को लीड करने वाले घंटाघर निवासी अंबुज पाठक ने बताया कि रास्ते में आर्मी कैंप में रुककर कई कार्यक्रमों में शामिल हुए। इस यात्रा को गिनीज और लिंका बुक रिकार्ड में नामांकन के लिए भेजा है।
सुनाई देती थी भारत मात की जयकार
अंबुज पाठक ने बताया कि बाइकर्स का दल जहां से गुजरता वहां भारत माता की जयकार की गूंज सुनाई देती। कारगिल के साथ लद्दाख के कई रास्तों पर भी तिरंगा लहराकर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। लद्दाख व कारगिल के कई दुर्गम रास्तों पर सफर को पूरा किया।
कई सेना के कैंप में भी उन्होंने प्रवास किया। आजाद तिरंगा यात्रा के जरिए रास्ते में देश भक्ति का संदेश दिया। सेना के कार्यक्रमों में शामिल होकर शहीद वीर सपूतों को श्रद्धांजलि दी और भारत माता के जयकारे लगाये।