पिछले कुछ दिनों से बॉलीवुड की क्वीन कंगना रनौत और शिवसेना के जुबानी जंग के बीच आखिरकार बुधवार को कंगना मुंबई पहुंच ही गई। मुंबई एयरपोर्ट पर एक तरफ जहां शिवसेना कंगना का विरोध कर रही थी, तो वहीं करणी सेना और राम दास अठावले की पार्टी ने कंगना का स्वागत किया। हाल ही में कंगना ने मुंबई की तुलना पीओके से की थी जिसके बाद यह विवाद और भी बढ़ गया था। उसके बाद कंगना ने लोकतंत्र का हवाला देते हुए कहा था कि वह 9 सितम्बर को मुंबई आ रही है। भारत सरकार की तरफ से कंगना को वाई कैटेगरी की सुरक्षा दी गई।
वहीं कंगना के मुंबई पहुंचने से पहले ही उनकी गैर मौजूदगी में शिवसेना द्वारा उनके मुंबई स्थित ऑफिस को निशाना बनाया गया और बीएमसी ने ऑफिस के अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया है। सोशल मीडिया पर ऑफिस के तोड़-फोड़ की तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रही है। बीएमसी के इस रवैया के बाद कंगना ने सोशल मीडिया पर एक के बाद एक कई ट्वीट किए हैं। कंगना रनौत ने लिखा-‘रानी लक्ष्मीबाई के साहस, शौर्य और बलिदान को मैंने फिल्म के जरिए जिया है। दुख की बात यह है मुझे मेरे ही महाराष्ट्रा में आने से रोका जा रहा है मैं रानी लक्ष्मीबाई के पद चिन्हों पर चलूंगी ना डरूंगी, ना झुकूंगी। गलत के खिलाफ मुखर होकर आवाज उठाती रहूंगी, जय महाराष्ट्र, जय शिवाजी।’
सरकार ने कोविड के दौरान 30 सितंबर तक किसी भी तरह के विध्वंस पर प्रतिबंध लगा दिया है
इसके बाद कंगना ने अगला ट्वीट किया-‘मणिकर्णिका फिल्म्ज में पहली फिल्म अयोध्या की घोषणा हुई, यह मेरे लिए एक इमारत नहीं राम मंदिर ही है, आज वहां बाबर आया है, आज इतिहास फिर खुद को दोहराएगा राम मंदिर फिर टूटेगा मगर याद रख बाबर यह मंदिर फिर बनेगा यह मंदिर फिर बनेगा, जय श्री राम, जय श्री राम, जय श्री राम।’
वहीं इस कार्रवाई पर कंगना ने अपने अगले ट्वीट में लिखा-‘मेरे घर में यहां किसी तरह का अवैध निर्माण नहीं किया गया है, साथ ही सरकार ने कोविड के दौरान 30 सितंबर तक किसी भी तरह के विध्वंस पर प्रतिबंध लगा दिया है। बॉलीवुड अब देखिए फासीवाद ऐसा ही दिखता है।’
कंगना ने सोशल मीडिया पर एक के बाद एक कई ट्वीट किए और इसके साथ ही एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें उनके कार्यालय के ध्वस्त किए गए हिस्से को साफ देखा जा सकता है। इस वीडियो को शेयर करते हुए कंगना ने लिखा-‘लोकतंत्र की हत्या।’
एक तरफ बीएमसी की टीम कंगना के दफ्तर में तोड़फोड़ करने पहुंची थी, वहीं कंगना ने बीएमसी की इस कार्रवाई के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कंगना के वकील ने हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की थी। इस सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने बीएमसी की कार्रवाई पर रोक लगा दी है। साथ ही बीएमसी से जवाब मांगा है। बॉम्बे हाईकोर्ट ने बीएमसी को कल तक जवाब दाखिल करने को कहा है। फिलहाल यह मामला एक राजनीतिक रूप ले चुका है जिस पर सियासत गरमाई हुई है।