नई दिल्ली : पेट्रोल और डीजल की लगातार बढ़ती कीमत के बीच केंद्र सरकार ने देश में Ethanol Production को बढ़ाकर दोगुना से भी ज्यादा करने की तैयारी शुरू कर दी है।
पेट्रोल और डीजल के लिए विदेशी बाजार पर भारत की निर्भरता को कम करने के इरादे से केंद्र सरकार आने वाले दिनों में 7 बिलियन डॉलर यानी करीब 50 हजार करोड़ रुपये की लागत से एथेनॉल का उत्पादन बढ़ाने के लिए कुल 422 परियोजनाएं शुरू करने जा रही है।

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तेल एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय की ओर से उपलब्ध कराई गई जानकारी के मुताबिक भारत सरकार ने आने वाले दिनों में पेट्रोल में 20 फीसदी एथेनॉल का मिश्रण करके उसका इस्तेमाल करने का ऐलान किया है।
फिलहाल देश में पेट्रोलियम उत्पादों में 9 फीसदी एथेनॉल का मिश्रण किया जाता है, जिसे 2025 तक बढ़ाकर 20 फीसदी कर लेने की बात कही गई है। ऐसा करने के लिए देश में हर साल 10 बिलियन लीटर चुनाव की जरूरत पड़ेगी। इसी बात को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने नए एथेनॉल प्रोजेक्ट शुरू करने की योजना बनाई है।
केंद्र सरकार की अप्रूवल कमेटी में देश में 5 नए एथेनॉल प्रोजेक्ट शुरू करने के लिए उन्हें सस्ता कर्ज देने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इन नए एथेनॉल प्रोजेक्ट्स में 1000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश होगा। इन प्रोजेक्ट्स के जरिए 5 करोड़ लीटर Ethanol का अतिरिक्त Production किया जा सकेगा। इन पांच नए प्रोजेक्ट्स को मिलाकर केंद्र सरकार अभी तक कुल 422 एथेनॉल प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दे चुकी है।
इन प्रोजेक्ट्स में लगभग 50,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा, ताकि देश में जरूरत के अनुरूप Ethanol Production हो सके। इन परियोजनाओं की शुरुआत हो जाने से जहां भारत पर अंतरराष्ट्रीय बाजार से पेट्रोलियम उत्पाद का आयात करने का दबाव कम हो सकेगा और भारतीय किसानों की स्थिति सुधारने में भी मदद मिलेगी।