भोपाल: कोरोना वायरस के संक्रमण ने लोगों को अब मानसिक के बाद आर्थिक रूप से तोड़ना भी शुरू कर दिया है, ऐसे में मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार उनके लिए बड़ा संबल साबित हुई है। प्रदेश में कोविड-19 वायरस के इलाज को कवर करने वाली मुख्यमंत्री कोविड कल्याण योजना में अब प्रदेश की 88 प्रतिशत जनता कवर हो रही है। ऐसे में अब उन तमाम लोगों को कोरोना से संक्रमित होने पर आर्थिक चिंता करने की जरूरत नहीं रही, जो पहले से ही निम्न मध्यमवर्गीय या इससे भी नीचे के स्तर पर अपना जीवन यापन करने के लिए मजबूर हैं। ऊपर से किसी को परिवार में कोरोना हो जाने पर वह पूरी तरह से अभी तक कर्जदार हुआ जा रहा था।

दरअसल, इसे लेकर मंगलवार स्वयं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कोविड कल्याण योजना में प्रदेश की अधिकांश जनसंख्या (88प्रतिशत) कवर हो रही है। केवल उच्च वर्ग छूटा है। इस योजना का सभी जिलों में लाभ दिलाया जाना सुनिश्चित किया जा रहा है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण निरंतर नियंत्रण में आ रहा है। प्रदेश में कोरोना पॉजिटिविटी रेट 25 प्रतिशत तक पहुँच गई थी, जो लगातार कम हो रही है। अब यह घट कर 14.78 प्रतिशत हो गई है। आज कोरोना के नए प्रकरण 9754 आए हैं।

तीसरी लहर की तैयारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश कोरोना की तीसरी लहर के प्रति भी पूर्ण रूप से सचेत है तथा उसके लिए स्वास्थ्य अधोसंरचना तथा स्वास्थ्य सेवाओं को लगातार मजबूत किया जा रहा है। कोरोना इलाज के साइड इफैक्ट ब्लैक फंगस के इलाज के लिए भी व्यवस्थाएँ की गई हैं।
गरीबों को 5 माह का नि:शुल्क राशन
चौहान ने कहा कि प्रदेश के हर वर्ग के हर गरीब को 5 माह का नि:शुल्क उचित मूल्य राशन दिया जा रहा है, जिसमें से 3 माह का राशन राज्य सरकार द्वारा तथा 2 माह का केन्द्र सरकार द्वारा दिया जा रहा है। इसके लिए पात्रता-पर्ची, अंगूठे के निशान, आधार लिंकेज आदि की आवश्यकता नहीं है। हर गरीब को यह राशन मिले, यह सुनिश्चित किया जाए।
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