मुम्बई: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को कहा कि किसी भी (भारतीय) अर्थव्यवस्था को उबारने में बैंक की उत्प्रेरक भूमिका होती है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज सरकारी बैंकों के एलायंस-डोरस्टेप बैंकिंग सर्विसेज के उद्घाटन के मौके पर कहा कि आर्थिक स्थिति को उबारने में उत्प्ररेक बैंक हैं। बैंक अपने हर ग्राहक की नब्ज पहचानते हैं ।
सीतारमण ने कहा कि इस समय बैंकों को अपने मुख्य व्यवसायों को आत्मसात करने की आवश्यकता है। निर्मला सीतारमण ने सभी बैंकों से 15 सितम्बर तक कोविड-19 से संबंधित तनाव के लिए संकल्प योजनाएं शुरू करने का आग्रह किया है।
वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों और एनबीएफसी के प्रमुखों के साथ बातचीत के दौरान सीतारमण ने बैंको को तुरंत ऋणदाताओं पर ध्यान केंद्रित करने को कहा है। उन्होंने प्रत्येक व्यवहार्य व्यवसाय के पुनरुद्धार के लिए ऋणदाताओं द्वारा निरंतर संकल्प योजना के त्वरित कार्यान्वयन के लिए भी कहा।
भारतीय अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए वित्त मंत्री ने दिए सुझाव
वित्त मंत्री ने कहा कि आप अपनी मुख्य गतिविधि को मत भूलिए। आपका मुख्य काम कर्ज देना और उससे पैसे बनाना है। यह तर्कसंगत बिजनेस है। आप ऐसा कीजिएगा और साथ ही पब्लिक सेक्टर में होने के नाते सरकार द्वारा घोषित वेलफेयर से जुड़ी कुछ चीजें करिए।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि निजी क्षेत्र के बैंकों को भी सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की दिशा में अपना योगदान देना चाहिए। सीतारमण ने कहा कि बैंक के सभी कर्मचारियों को ऐसी सरकारी योजनाओं की जानकारी होनी चाहिए, जिसे बैंकों द्वारा क्रियान्वित किया जाता है।
सीतारमण ने कहा कि मैं इस बात को लेकर आश्वस्त होना चाहती हूं कि आपके हर स्तर के कर्मचारी को इस बारे में थोड़ा आइडिया जरूर हो कि सरकार आपके माध्यम से लोगों तक कौन सी स्कीम पहुंचा रही है।
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