- विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों की परीक्षाएं भी 15 मई तक स्थगित
-15 मई तक 12वीं तक के स्कूल-कॉलेज बंद
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डा दिनेश शर्मा ने बताया कि यूपी बोर्ड की 10वीं व 12वीं की परीक्षाएं 20 मई तक स्थगित कर दी गई हैं। साथ ही 15 मई तक 12वीं तक के स्कूल-कॉलेज बंद रखने का आदेश जारी किया है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अनुमति के बाद यह निर्णय लिया गया है। श्री शर्मा ने गुरुवार को ट्वीट के जरिये जानकारी दी है।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि 8 मई से आरंभ होने वाली इन परीक्षाओं में करीब 56 लाख परीक्षार्थी शामिल होने वाले थे। परीक्षाओं को लेकर अगला निर्णय मई के प्रथम सप्ताह में लिया जाएगा। बताया कि इस क्रम में महाविद्यालयों व विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं भी 15 मई तक स्थगित कर दी गई हैं। सभी परीक्षाएं अभी केवल स्थगित की गई हैं। कहा कि अभी केवल अॅानलाइन कक्षाएं ही संचालित की जाएंगी। शैक्षिक व अन्य स्टाफ की उपस्थिति राज्य सरकार की कोरोना गाईडलाइन के अनुरूप ही होगी।
इसके पहले बुधवार को एक वार्ता के दौरान उप मुख्यमंत्री ने कहा था कि यूपी बोर्ड की तारीखों पर सरकार जल्द ही जल्द ही निर्णय लेगी। हमारे 19 अधिकारी जो बोर्ड परीक्षाओं से संबंधित हैं, इनमें से 17 अधिकारी संक्रमित हैं। यह स्थिति चिंताजनक है।
डॉ. शर्मा बताया कि जिले में परिस्थिति के अत्यधिक विपरीत होने पर जिला प्रशासन से मंत्रणा कर कुलपति व जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा निर्णय लिया जा सकेगा। बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी सरकार कोरोना संक्रमण को कम करने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रही है।
कोरोना प्रभावित क्षेत्रों में लगेगा कर्फ्यू
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में गुरुवार को हुई वर्चुअल बैठक में 2000 से अधिक एक्टिव केस वाले 10 जनपदों में रात्रि 08 बजे से प्रातः 07 बजे तक कोरोना कर्फ्यू लागू करने का निर्णय लिया गया है। आज रात से लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर नगर, गौतमबुद्ध नगर, मेरठ, गोरखपुर झांसी बरेली बलिया में रात्रि 08 बजे से प्रातरू 07 बजे तक कर्फ्यू लगाया जाएगा। जिन जिलों मे 500 से अधिक कोरोना के सक्रिय केस हैं वहां पर जिलाधिकारी रात्रि 9 बजे से सुबह 6 बजे तक रात्रि कर्फ्यू लगाने का निर्णय ले सकते हैं।
इसी प्रकार राजधानी में केजीएमयू मेडिकल काॅलेज में अभी तक लगभग 500 बेड ही कोरोना मरीजों के लिए उपलब्ध थे। पर वहां उपलब्ध सभी बेड कोविड के मरीजों के लिए उपलब्ध होंगे। चिकित्सकों के रहने की व्यवस्था छात्रावासों व होटलों में जाएगी।
उन्होंने बताया कि केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री से वार्ता कर रक्षा मंत्रालय के DRDO संस्थान की ओर से चिकित्सा उपकरण उपलब्ध कराने का प्रस्ताव दिया है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में जनता को राहत दिलाने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। इस बात को सुनिश्चित किया जा रहा है कि कहीं पर भी आक्सीजन की कमी न होने पाए। रेमडेसिवर इंजेक्शन, एम्बुलेंस की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।
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