लुधियाना , 3 फ़रवरी (हि.स.)। पंजाब कला परिषद के चेयरमैन डॉ. सुरजीत पातर और पंजाबी साहित्य अकादमी के प्रधान डॉ. लखविन्दर सिंह जौहल ने खेल जगत के लेखक नवदीप सिंह गिल की टोक्यो ओलम्पिक खेल-2021 में स्वर्ण पदक जीतने वाले भारतीय एथलीट नीरज चोपड़ा के बारे में लिखी संक्षिप्त जीवनी पुस्तक ‘गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा’ का विमोचन किया।
पंजाबी भवन के प्रांगण में लेखक और उसके पारिवारिक सदस्यों की उपस्थिति में उक्त पुस्तक का लोकार्पण हुआ। यह लेखक की सातवीं पुस्तक है, जबकि खेल और खिलाड़ियों के बारे में यह उनके द्वारा लिखी गई छठी पुस्तक है। लोकगीत प्रकाशन द्वारा यह विद्यार्थियों को ध्यान में रखकर प्रकाशित की गई बाल साहित्य की पुस्तक है।
72 पन्नों की यह सचित्र रंगीन पुस्तक नीरज चोपड़ा के बचपन से लेकर टोक्यो ओलम्पिक्स में स्वर्ण पदक जीतने के संघर्षशील और सुनहरे सफ़र पर प्रकाश डालती है। नीरज की खेल के क्षेत्र में हासिल की गई उपलब्ध्यिों के अलावा, उनकी खेल तकनीक, उन्हें मिले मान-सम्मान और समकालीन खिलाड़ियों संबंधी विभिन्न अध्याय शामिल हैं। हर अध्याय में शामिल तस्वीरें पुस्तक को और प्रभावशाली बनाती हैं।
डॉ. सुरजीत पातर ने कहा कि विश्व विजेता खिलाड़ी की जीवनी आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी, जिनके जीवन से प्रेरणा लेकर नयी उम्र के खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने कहा कि नवदीप सिंह गिल द्वारा अपनी कलम से गौरवमयी खेल इतिहास को लिखित रूप में संजोया जाना एक बढ़िया प्रयास है।
लेखक नवदीप सिंह गिल ने कहा कि नीरज चोपड़ा भारत के पहले ओलम्पिक चैंपियन एथलीट हैं, जिनकी कहानी घर-घर तक जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि ओलम्पिक चैंपियन निशानेबाज़ अभिनव बिंद्रा और विश्व प्रसिद्ध एथलीट उसेन बोल्ट की जीवनियों पर आधारित बाल साहित्य की पुस्तकें भी प्रकाशन अधीन हैं।
इस अवसर पर लेखक के पिता सुरजीत सिंह शहना, अमृत पाल सिंह भंगू , प्रसिद्ध कवि डॉ. रवीन्द्र बटाला, वरिष्ठ पत्रकार सी. मारकंडा और सतबीर सिंह भी उपस्थित थे।
पंजाब सरकार में सूचना एवं लोक संपर्क अधिकारी के तौर पर अपनी सेवाएं निभा रहे नवदीप सिंह गिल इसके पहले छह पुस्तकें लिख चुके हैं। इनके नाम ‘खेड अम्बर दे पंजाबी सितारे’, ‘मैं ईवें वेखियां एशियाई खेडां’, ‘अंखीं वेखियां ओलम्पिक खेडां’, ‘नौलक्खा बाग़’, ‘टोक्यो ओलम्पिक्स दे साडे हॉकी सितारे’ और ‘उड्डणा बाज़’ हैं।
Read More:- मालदीव :भारत विरोधी अभियान