-कोरोना मरीजों को कम कीमत पर मिलेगी ऑक्सीजन, बोतल का दिया गया है आकार
कानपुर: वैश्विक महामारी कोरोना से निपटने के लिए IIT Kanpur बराबर नये-नये शोध करने के साथ तकनीक को इजाद कर रहा है। इन सबके बावजूद कोरोना की दूसरी लहर में बहुत से लोग ऑक्सीजन के आभाव में दम तोड़ दिये। अभी कोरोना काल पूरी तरह से खत्म हुआ ही नहीं और तीसरी लहर आने की संभावना है।

इसको देखते हुए IIT Kanpur ने ऐसी तकनीक का इजाद किया है, जिसे आसानी से अपने साथ रखकर मरीज ऑक्सीजन की कमी से बाहर निकल सकता है। इस तकनीक का नाम है OXYRise, जो बोतल के आकार का है और इसे अगर सांसों की संजीवनी कहा जाए तो गलत नहीं होगा।
कोरोना से निपटने के लिए IIT Kanpur ने सबसे पहले एन 95 मास्क का इजाद किया और इसके बाद भी कई प्रकार के मास्क और सेनिटाइजरों को तकनीक के जरिये इजाद किया गया। इन सबके बावजूद कोरोना की दूसरी लहर देशवासियों के लिए बहुत घातक साबित हुई।
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देश के महान वैज्ञानिक अभी भी आशंका जाहिर कर रहे हैं कि अभी भी तीसरी लहर की पूरी संभावना है। इसको लेकर IIT Kanpur अभी से तैयारियां तेज कर दी और कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन की समस्या न हो इसके लिए OXYRise नाम का संयंत्र इजाद किया है।
इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि सैनिटाइजर के साथ ही OXYRise को भी जेब में लेकर चला जा सकता है। यही नहीं बोतल के आकार का OXYRise करीब 10 लीटर ऑक्सीजन मरीज को दे सकेगा। IIT के वैज्ञानिकों का कहना है कि यह कोरोना काल में मरीजों के लिए सांसों की संजीवनी साबित होगी।
खरीद सकेगा साधारण व्यक्ति
IIT के डा. संदीप पाटिल ने बताया कि हमने OXYRise नाम की बोतल बनाई है, जिसमें 10 लीटर ऑक्सीजन की गैस को स्टोर किया जा सकता है। इस बोतल की कीमत महज 499 रुपये रखी गई है, ताकि साधारण व्यक्ति भी खरीद सके। इसे आनलाइन भी खरीदा जा सकेगा।
बताया कि इसकी खासियत ये है कि किसी की तबियत बिगड़ने पर उसे इस बोतल के जरिए ऑक्सीजन के कुछ शॉट्स देकर अस्पताल तक ले जाया जा सकता है।