नई दिल्ली: कोरोना संक्रमण ने दुनियाभर में अर्थव्यवस्था पर काफी प्रतिकूल असर डाला है। अर्थव्यवस्था पर असर पड़ने की वजह से तमाम कंपनियों की ब्रांड वैल्यू पर भी काफी बुरा असर हुआ है लेकिन ऐसे संकट काल में भी देश की सबसे सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) पूरी दुनिया में एक मजबूत ब्रांड बनकर उभरी है।
लंदन के ब्रांड फाइनेंस इंश्योरेंस की 2021 रैंकिंग में पहली बार एलआईसी ने जबरदस्त कामयाबी दिखाई है। इस रैकिंग में भारतीय जीवन बीमा निगम दुनिया की तीसरी सबसे मजबूत इंश्योरेंस ब्रांड बन गयी है। वहीं इसका नाम दुनिया के टॉप 10 सबसे वैल्यूएबल इंश्योरेंस ब्रांड में भी शामिल हो गया है।
एलआईसी की ब्रांड वैल्यू 13वें पायदान से पहुंची टॉप 10 के अंदर
ब्रांड फाइनेंस इंश्योरेंस की रैंकिंग के अनुसार एलआईसी का ब्रांड वैल्यू 865 करोड़ डॉलर (करीब 64,875 करोड़ रुपये) का है। अपने जोरदार प्रदर्शन के बल पर ये कंपनी 13वें पायदान से छलांग लगाकर पहली बार टॉप 10 में आ गयी है। ब्रांड फाइनेंस इंश्योरेंस की रैंकिंग में ब्रांड के मामले में चीन की पिंग ऐन पहले नंबर पर है, जिसकी वैल्यू 4,479 करोड़ डॉलर है।
रिपोर्ट के मुताबिक विश्व के टॉप 100 सबसे मूल्यवान बीमा ब्रांड के वैल्यू में 6 फीसदी की गिरावट आई है। 2020 में इनकी ब्रांड वैल्यू 462.4 अरब डॉलर थी, जो अब 433 अरब डॉलर हो गयी है। ब्रांड फाइनेंस इंश्योरेंस की रैंकिंग के अनुसार टॉप 10 सबसे मूल्यवान इंश्योरेंस ब्रांड में चीन की कंपनियों का दबदबा है। इन टॉप 10 में चीन की पांच कंपनियां हैं, यूरोप की 2 और अमेरिका की 2 कंपनियां भी टॉप 10 में शामिल हैं। वहीं भारत की सिर्फ एक कंपनी टॉप 10 में अपनी जगह बना सकी है।
ब्रांड फाइनेंस के डायरेक्टर डेकलेन अहर्न की ओर से जारी बयान मे कहा गया है कि पहले की आशंकाओं के मुताबिक ही पूरी दुनिया में इस साल इंश्योरेंस ब्रांड की वैल्यू में कोरोना की वजह से गिरावट आई है। हालांकि ब्रांड वैल्यू में जितनी गिरावट की आशंका थी, उसकी तुलना में गिरावट कम रही और ये अनुमान की तुलना में बेहतर रहा है। मौजूदा समय में अब इंश्योरेंस ब्रांड मजबूत रिकवरी की ओर जाने लगे हैं।
13 लाख से ज्यादा एजेंटों ने 1 साल में बेचीं 2.1 करोड़ पॉलिसियां
दुनिया का तीसरा सबसे मजबूत ब्रांड बनने वाली एलआईसी के देश में 13 लाख से ज्यादा एजेंट हैं। इसका इंश्योरेंस नेटवर्क कश्मीर से कन्याकुमारी तक फैला हुआ है। पिछले 1 साल में इसने 1.84 लाख करोड़ रुपये का नया प्रीमियम हासिल किया है, जबकि इसी दौरान इसने 1.34 लाख करोड़ रुपये पॉलिसीधारकों को दावों के रूप में भुगतान किया है। इसी तरह इसने एक साल में करीब 2.1 करोड़ पॉलिसियों की बिक्री की है। इसमें से 46.72 लाख पॉलिसियां अकेले मार्च के महीने में ही बेची गई हैं।
पॉलिसी बेचने के मामले में एलआईसी की बाजार हिस्सेदारी मार्च 2021 में 81.04 फीसदी रही है। जबकि पिछले साल मार्च में यह 74.58 फीसदी थी। इसी तरह फर्स्ट ईयर प्रीमियम में इसकी बाजार हिस्सेदारी इस साल मार्च में 64.74 फीसदी रही है, जबकि पूरे साल के दौरान यह 66.18 फीसदी रही है।
उल्लेखनीय है कि सरकार के विनिवेश कार्यक्रम के तहत कंपनी इस समय अपना आईपीओ लाने की योजना बना रही है। माना जा रहा है कि इसका आईपीओ देश में अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ होगा। अभी के आकलन के मुताबिक कंपनी इस आईपीओ के जरिये करीबन 80 हजार करोड़ रुपये जुटा सकती है। इस आईपीओ के तहत यह कंपनी की 10 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की तैयारी की जा रही है।
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