-नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने दिया जांच का आदेश -पहले भी 2 बार ऐसा कारनामा कर चुकी है एयर इंडिया
नई दिल्ली: एयर इंडिया की फ्लाइट से सिर्फ एक मुसाफिर को लेकर भारत से दुबई जाने की खबर से भारत के एविएशन सेक्टर में हड़कंप मचा हुआ है। इस खबर के सामने आने के बाद नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इस मामले की जांच कराने का ऐलान किया है।
बुधवार (23 जून) को भारत के अमृतसर से दुबई जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट में क्रू मेंबर्स के अलावा सिर्फ एक मुसाफिर ने सफर किया था। हैरानी की बात तो ये है कि सिर्फ एक मुसाफिर को लेकर फ्लाइट के रवाना होने की ये कोई पहली घटना नहीं है। इसके पहले मई के महीन में भी दो बार एयर इंडिया पूरे विमान में सिर्फ एक मुसाफिर को लेकर विदेश का सफर कर चुकी है। संयोग से 23 जून की फ्लाइट की तरह ही मई की दोनों फ्लाइट भी भारत से दुबई ही गई थी। हालांकि तब इन फ्लाइट्स ने अमृतसर की जगह मुंबई से उड़ान भरी थी।
भारी घाटे में होने के बावजूद एयर इंडिया फ्लाइट 1 मुसाफिर के साथ किया सफर
जानकारों के मुताबिक 23 जून को भारतीय कारोबारी एसपी सिंह इकोनॉमी क्लास का टिकट लेकर एयर इंडिया के फ्लाइट पर सवार हुए थे। पूरी फ्लाइट में उनके अलावा सिर्फ हवाई जहाज के क्रू मेंबर थे। सिर्फ एक मुसाफिर होने के बावजूद फ्लाइट एसपी सिंह को लेकर दुबई के लिए रवाना हो गई।
इसके पहले 22 मई को मुंबई से दुबई जाने वाली एक फ्लाइट में ओ रॉड्रिग्ज नाम के एक मुसाफिर ने क्रू मेंबर्स के साथ अकेले ही सफर किया था। जबकि उसके 3 दिन पहले 19 मई को भी मुंबई से दुबई जाने वाली फ्लाइट में ही भावेश झावेरी ने नाम के एक मुसाफिर ने पूरी फ्लाइट में अकेले मुसाफिर के रूप में मुंबई से दुबई तक का 4 घंटे का ये सफर पूरा किया था।
आमतौर पर किसी भी हवाई रूट पर अगर एक निश्चित संख्या से कम मुसाफिर होते हैं, तो या तो उस फ्लाइट को रद्द कर दिया जाता है, या फिर उसे रीशेड्यूल कर दिया जाता है। ताकि एविएशन कंपनी को नुकसान का सामना न करना पड़े। एयर इंडिया पहले ही भारी भरकम घाटे का सामना कर रही है। एयर इंडिया पर हजारों करोड़ रुपये का कर्ज भी लदा हुआ है।
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एयर इंडिया को काफी नुकसान का करना पड़ा सामना
हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि भारत सरकार स्पष्ट कर चुकी है कि एयर इंडिया को विनिवेश के जरिये प्राइवेट सेक्टर के हवाले करने के अलावा इसे बचाने का और कोई उपाय नहीं है। हालांकि भारत सरकार के लिए सफेद हाथी बन चुकी इस कंपनी को केंद्र की ओर से लंबे समय से जारी कोशिश के बावजूद अभी तक बेच पाना संभव नहीं हो सका है।
इस दयनीय आर्थिक हालात का सामना करने के बावजूद एयर इंडिया की फ्लाइट से सिर्फ एक मुसाफिर को दुबई तक ले जाने की खबर हैरान करती है। ये बात इसलिए भी गंभीर मानी जा रही है, क्योंकि ऐसा किसी संयोग के कारण सिर्फ एक बार नहीं हुआ, बल्कि मई और जून के बीच तीन बार भारत से दुबई जाने वाली फ्लाइट में सिर्फ एक मुसाफिर को ही ले जाया गया। इसकी वजह से निश्चित रूप से एयर इंडिया को काफी नुकसान का सामना करना पड़ा।