इफको फूलपुर में मंगलवार देर रात अमोनिया गैस रिसाव से दो कर्मचारियों की मौत हो गई। पन्द्रह लोगों को उपचार के लिए विभिन्न चिकित्सालयों में भर्ती कराया गया है। सूचना पर पुलिस विभाग एवं प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और राहत कार्य में लग गए। मुख्यमंत्री ने घटना पर दु:ख व्यक्त किया है और निर्देश दिया है कि उपचार में कोई कमी नहीं होनी चाहिए।
अपर पुलिस अधीक्षक गंगा पार धवल जायसवाल ने बताया कि फूलपुर इफ्को में मंगलवार रात लगभग साढ़े ग्यारह बजे अमोनिया गैस रिसाव तकनीकी खराबी की वजह से होने लगी। वहां मौजूद बी.पी सिंह और अभिनंदन उसे ठीक करने लगे। इस दौरान दोनों के चपेट में आने से वहां अफरातफरी मच गई। इस दौरान पन्द्रह लोग गैस की चपेट में आने से अचेत हो गए।
जिनमे धर्मभीरू सिंह, लालजी, हरिश्चंद्र, अजीत कुशवाहा, अजीत, राकेश, शिवकाशी, बलवान, अजय यादव, सी.एस.यादव, आर.आर विश्वकर्मा समेत 15 लोगों का उपचार किया जा रहा है। गैस रिसाव की सूचना मिलते ही यूनिट हेड मोहम्मद मसूद पहुंचे और अचेत कर्मचारीयों को उपचार के लिए तत्काल चिकित्सालय भेजवाया। जहां चिकित्सकों ने बी.पी सिंह और अभिनन्दन को मृत घोषित कर दिया।
इफको के प्रबंध निदेशक डॉ यू.एस. अवस्थी ने ट्वीट कर इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया-
घायलों की बेहतर देखरेख की जा रही है इफको के वरिष्ठ अधिकारी पूरी घटना व अस्पताल मैं भर्ती घायलों पर नजर बनाए हुए हैं। ऑफीसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय मिश्र महामंत्री स्वयं प्रकाश यूनियन के अध्यक्ष रामसूरत पटेल महामंत्री विनय यादव पूरी रात घटनास्थल पर घायलों की देखभाल व सेवा में लगे रहे।
इस घटना को सुनकर चेयरमैन, आल इंडिया इफको ऑफिसर्स फेडरेशन दिल्ली से श्री जितेंद्र तिवारी ने टेलीफोन वार्ता कर तत्काल हर संभव घायलों की मदद और बेहतर इलाज के लिए कहा और तत्काल प्रयागराग पहुंचकर अस्पताल में घायलों का हालचाल जाना।
इफको के दो अधिकारी असिस्टेंट मैनेजर वीपी सिंह व डिप्टी मैनेजर अभयनंदन तथा ड्यूटी पर तैनात लगभग दो दर्ज़न अधिकारी व कर्मचारी यदि अपनी जान की बाज़ी लगाकर प्लांट में डैमेज कंट्रोल और गैस की आपूर्ति न बंद करते तो यह हादसा एक बड़े इलाके की आपदा में तब्दील हो जाता और फूलपुर इलाके में मिनी भोपाल गैस कांड की पुनरावृत्ति हो जाती।
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इफको के दोनों अधिकारियों, असिस्टेंट मैनेजर वीपी सिंह व डिप्टी मैनेजर अभयनंदन ने अपना बलिदान देकर तथा ड्यूटी पर तैनात लगभग दो दर्ज़न अधिकारियों व कर्मचारियों ने डैमेज कंट्रोल करके एक बड़ी आपदा से बचा लिया।