-मुख्यमंत्री ने की प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा, कहा-सघन जन-जागरूकता अभियान चलाया जाए
भोपाल: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना संक्रमण रोकने के लिए मास्क लगाना आवश्यक है। हर व्यक्ति मास्क लगाए इसके लिए लोगों को सीख दिए जाने के साथ सख्ती भी जरूरी है। प्रदेश में सभी वर्गों के सहयोग से सघन जनजागरूकता अभियान चलाया जाए। सभी माध्यमों से इसका प्रचार-प्रसार किया जाए। ऐसा माहौल बने कि हर व्यक्ति मास्क लगाने के लिए स्वत: प्रेरित हो। साथ ही मास्क न लगाने पर जुर्माना लगाया जाए एवं कुछ समय के लिए ओपन जेल में भी रखा जाए।
मुख्यमंत्री शनिवार शाम को मंत्रालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान, अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिलों में कोरोना के उपचार के लिए पर्याप्त संख्या में बेड्स की उपलब्धता के साथ ही प्रतिदिन इसकी जानकारी मीडिया, सोशल मीडिया आदि के माध्यम से जनता को दी जाए। साथ ही वैक्सीनेशन संबंधी जानकारी भी दी जाए।
प्रदेश में 20369 एक्टिव प्रकरण
मध्यप्रदेश में 20 हजार 369 एक्टिव प्रकरण है। प्रदेश की गत 7 दिनों की औसत पॉजिटिविटी रेट 10.1 प्रतिशत है। तुलनात्मक रूप से संक्रमण में देश में मध्यप्रदेश आठवें स्थान पर है।
गरीबों का निशुल्क इलाज सुनिश्चित हो :
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रत्येक गरीब मरीज का नि:शुल्क इलाज सुनिश्चित किया जाए। उन्हें आयुष्मान कार्ड के आधार पर नि:शुल्क चिकित्सा दें। साथ ही आवश्यकतानुसार जिन निजी अस्पतालों में बेड्स खाली हैं, उनके साथ अनुबंध कर बेड्स की संख्या बढ़ाएँ।
रविवार को भी होगा वैक्सीनेशन :
जिन स्थानों पर रविवार को लॉकडाउन है, वहाँ रविवार को भी वैक्सीनेशन का कार्य किया जाएगा। बताया गया कि 45 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में वैक्सीन लगवा सकेंगे।
होम आइसोलेशन की गाइडलाइन जारी करे :
उन्होंने निर्देश दिए कि स्वास्थ्य विभाग होम आइसोलेशन संबंधी गाडलाइन जारी करे। कमांड कंट्रोल सेंटर के माध्यम से इनकी निरंतर मॉनीटरिंग की जाए।
यह भी निर्देश दिए :
- होम आइसोलेशन की सख्त मॉनिटरिंग की जाए। गाइडलाइन का पालन न करने पर कार्रवाई की जाए।
- जिन जिलों में अधिक संक्रमण है, वहाँ माइक्रो कंटेंटमेंट जोन बनाए जाएँ।
- कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट समय पर आ जाए।
- जिन जिलों में आवश्यकता हो कोविड केयर सेंटर्स बनाए जाएँ।
- जो जिले संडे लॉक डाउन की अनुमति चाहते हैं, उन्हें अनुमति दी जाए।
- फीवर क्लीनिक पर अच्छी व्यवस्था हो।
- ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण न फैले इस पर भी पूरा ध्यान दिया जाए।
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