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April 19, 2024
देश

सशस्त्र सेनाओं के बहादुर योद्धाओं के सीने पर सजे वीरता मेडल

नई दिल्ली : सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने सशस्त्र सेनाओं के योद्धाओं को सोमवार को वीरता मेडल से नवाजा। समारोह में ग्रुप कैप्टन अभिनंदन को वीर चक्र से नवाजा गया तो पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। इसके अलावा अलंकरण समारोह में पुलवामा हमले को अंजाम देने वाले आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद मेजर विभूति ढौंढियाल को मरणोपरांत शौर्य चक्र से नवाजा गया।

सशस्त्र सेनाओं को दो स्तर पर मेडल दिए जाते हैं। एक युद्ध के दौरान वीरता दिखाने पर और दूसरा शांति के दौरान वीरता दिखाने पर। यह वीरता पुरस्कार साल में दो बार गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर घोषित किए जाते हैं। सेना में मिलने वाले इन पुरस्कारों का वरीयता क्रम परमवीर चक्र, अशोक चक्र, महावीर चक्र, कीर्ति चक्र, वीर चक्र और शौर्य चक्र तय किया गया है। आज राष्ट्रपति कोविन्द ने अलग-अलग वीरता मेडल देकर सेनाओं के बहादुरों को सम्मानित किया।

कीर्ति चक्र

1. सीआरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट हर्षपाल सिंह को कीर्ति चक्र प्रदान किया गया। उन्होंने एक ऑपरेशन के दौरान अपने सैनिकों के साथ-साथ स्थानीय आबादी को सुरक्षित करने के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर असाधारण नेतृत्व, धैर्य और नैतिक साहस का प्रदर्शन किया।

2. राष्ट्रीय राइफल्स की प्रथम बटालियन के सैपर प्रकाश जाधव (मरणोपरांत) को कीर्ति चक्र दिया गया। उन्होंने विशिष्ट वीरता, अनुकरणीय साहस का प्रदर्शन करके जम्मू-कश्मीर में एक आतंकवादी को मार गिराने के साथ ही खुद भी सर्वोच्च बलिदान दिया।

शौर्य चक्र

1. राष्ट्रीय राइफल्स के मेजर रैंक विभूति शंकर ढौंढियाल को मरणोपरांत शौर्य चक्र दिया गया। उन्होंने विभिन्न अभियानों में अद्वितीय वीरता और असाधारण नेतृत्व गुणों का प्रदर्शन किया, जिसके परिणामस्वरूप पांच आतंकवादियों का सफाया हुआ और 200 किलोग्राम विस्फोटक बरामद किया गया। ढौंढियाल की पत्नी निकिता कौल ने भी भारतीय सेना में शामिल होकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी है।

2. राष्ट्रीय राइफल्स की 34वीं बटालियन के नायब सूबेदार सोमबीर (मरणोपरांत) ने ऑपरेशन टीम के हिस्से के रूप में जम्मू-कश्मीर में तीन आतंकवादियों का सफाया किया था।

3. राष्ट्रीय राइफल्स की तीसरी बटालियन के लेफ्टिनेंट कर्नल अजय सिंह कुशवाह ने असाधारण सामरिक कौशल, निडर साहस, उत्कृष्ट नेतृत्व गुणों का प्रदर्शन किया, जिससे जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों का सफाया हुआ।

4. राष्ट्रीय राइफल्स के कप्तान महेश कुमार भूरे ने उस टीम का नेतृत्व किया, जिसने छह शीर्ष आतंकवादी कमांडरों को मार गिराया था।

5. असम राइफल्स के मेजर कोन्जेंगबाम बिजेंद्र सिंह ने गंभीर और खतरे का सामना करते हुए विशिष्ट बहादुरी और मजबूत नेतृत्व दिखाया। उनके साहसिक कार्य के परिणामस्वरूप दो आतंकवादियों का सफाया हुआ।

6. राष्ट्रीय राइफल्स की 42वीं बटालियन के नायक नरेश कुमार ने जम्मू-कश्मीर के एक गांव में एक आतंकवादी का सफाया करने में दृढ़ विश्वास और दृढ़ता के अपार साहस का प्रदर्शन किया।

7. असम राइफल्स की 37वीं बटालियन के लेफ्टिनेंट कर्नल ज्योति लामा ने साहसी नेतृत्व और विशिष्ट वीरता का परिचय दिया, जिसके परिणामस्वरूप दो आतंकवादियों को निष्प्रभावी कर दिया गया।

8. पैराशूट रेजिमेंट (विशेष बल) के नायब सूबेदार नरेंद्र सिंह ने युद्ध में विशिष्ट वीरता, सामरिक कौशल और उत्कृष्ट नेतृत्व दिखाया। उनके कार्यों के कारण भारतीय चौकियों को निशाना बनाने का अभियान विफल हो गया।

9. राष्ट्रीय राइफल्स के हवलदार आलोक कुमार दुबे ने अदम्य भावना, अनुकरणीय पहल और अद्वितीय साहस दिखाया है, जिसके परिणामस्वरूप जम्मू-कश्मीर के एक गांव में एक आतंकवादी को निष्प्रभावी किया गया।

10. एलएमई अमित सिंह राणा ने अनुकरणीय साहस, सामरिक कौशल से दो बैक टू बैक ऑपरेशनों में 8 आतंकवादियों को बेअसर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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परम विशिष्ट सेवा मेडल

1. लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह, द कॉर्प्स ऑफ इंजीनियर्स

2. वाइस एडमिरल अनिल कुमार चावला

3. एवीएसएम फ्लाइंग पायलट एयर मार्शल हरजीत सिंह अरोड़ा (सेवानिवृत्त)

4. लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह, द इन्फैंट्री (सेवानिवृत्त)

5. लेफ्टिनेंट जनरल संजीव कुमार श्रीवास्तव, द कोर ऑफ इंजीनियर्स (सेवानिवृत्त)

6. लेफ्टिनेंट जनरल सतिंदर कुमार सैनी, द इन्फैंट्री (सेवानिवृत्त)

7. लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान, द इन्फैंट्री (सेवानिवृत्त)

8. लेफ्टिनेंट जनरल संतोष कुमार उपाध्याय, द इन्फैंट्री (सेवानिवृत्त)

9. लेफ्टिनेंट जनरल आलोक सिंह कलेर, द आर्मर्ड कॉर्प्स (सेवानिवृत्त)

10. मेजर जनरल अश्विनी कुमार चन्नन, द रेजिमेंट ऑफ आर्टिलरी (सेवानिवृत्त)

11. एयर मार्शल कुलदीप शर्मा, एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग (मैकेनिकल) (सेवानिवृत्त)

उत्तम युद्ध सेवा पदक

1. लेफ्टिनेंट जनरल योगेश कुमार जोशी, द इन्फैंट्री

2. लेफ्टिनेंट जनरल राजू बगगवल्ली सोमशेखर, जाट रेजिमेंट, मुख्यालय 15 कोर

अति विशिष्ट सेवा पदक

1. इन्फैंट्री के लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी

2. एयर मार्शल शशिकर चौधरी, एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग (मैकेनिकल)

3. लेफ्टिनेंट जनरल अनिल कपूर, द कॉर्प्स इलेक्ट्रॉनिक्स एंड मैकेनिकल इंजीनियर्स (सेवानिवृत्त)

4. लेफ्टिनेंट जनरल राकेश कुमार आनंद, द कोर ऑफ सिग्नल्स (सेवानिवृत्त)

5. लेफ्टिनेंट जनरल सुखदीप सांगवान, द इन्फैंट्री (सेवानिवृत्त)

6. मेजर जनरल (अब लेफ्टिनेंट जनरल) केसी पंचनाथन, द इंजीनियर्स कॉर्प्स

7. आर्मर्ड कोर के मेजर जनरल (अब लेफ्टिनेंट जनरल) ज्योतिंदर सिंह संधू

8. मेजर जनरल संजय सिंह, द इन्फैंट्री

9. रियर एडमिरल (अब वाइस एडमिरल) श्रीकुमार नायर

10. रियर एडमिरल (अब वाइस एडमिरल) स्वामीनाथन कृष्णा

11. रियर एडमिरल फिलिपोस जी प्युनुमूटिल

12. रियर एडमिरल संजय वात्स्यायन

13. एयर वाइस मार्शल (अब एयर मार्शल) दिलीप कुमार पटनायक, वीएम फ्लाइंग (पायलट)

14. एयर वाइस मार्शल (अब एयर मार्शल) गुरचरण सिंह बेदी

15. मेजर जनरल वीरिंदर सिंह रंधावा, द कॉर्प्स इलेक्ट्रॉनिक्स एंड मैकेनिकल इंजीनियर्स (सेवानिवृत्त)

16. मेजर जनरल अमित कुमार सान्याल, द आर्मर्ड कॉर्प्स (सेवानिवृत्त)

17. सिग्नल कोर (सेवानिवृत्त) मेजर जनरल बसवराज गुरुसिद्दप्पा गिलगांची

18. मेजर जनरल संदीप शर्मा, द इन्फैंट्री (सेवानिवृत्त)

19. मेजर जनरल पवन आनंद, द कोर ऑफ इंजीनियर्स (सेवानिवृत्त)

20. एयर वाइस मार्शल मनोज कुमार दीक्षित (सेवानिवृत्त)

21. आशु सिंह राठौर, सीई (सिविल)

22. अनिल कुमार, अतिरिक्त डीजीबीआर (सेवानिवृत्त)

23. मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री (सेवानिवृत्त) मेजर जनरल राजेश चोपड़ा

परम विशिष्ट सेवा पदक

1. लेफ्टिनेंट जनरल अमरजीत सिंह बेदी, द इन्फैंट्री (सेवानिवृत्त)

2. एयर मार्शल राज करण सिंह शेरा (सेवानिवृत्त)

अति विशिष्ट सेवा पदक

1. एयर मार्शल राजवीर सिंह (सेवानिवृत्त)

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