केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षाएं 4 मई से शुरू होकर 10 जून चलेंगी। बोर्ड 15 जुलाई तक नतीजे घोषित करेगा। सीबीएसई जल्द ही परीक्षा की समय सारिणी भी जारी करेगा।
अगले वर्ष बोर्ड परीक्षाएं देने वाले देश भर के लाखों छात्रों की अनिश्चितताओं को विराम देते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने गुरुवार को शैक्षणिक सत्र 2020-21 का 10वीं और 12वीं कक्षा का परीक्षा कार्यक्रम घोषित किया। उन्होंने कहा कि एक मार्च से प्रायोगिक परीक्षा (प्रेक्टिकल) शुरू होंगी जबकि सामान्य दिनों में 1 से 15 जनवरी के बीच विद्यार्थियों के प्रेक्टिकल होते हैं।
इसके बाद 15 फरवरी से मार्च मध्य तक बोर्ड परीक्षाएं होती हैं लेकिन कोरोना के मद्देनजर मौजूदा परिवेश में सरकार ने निर्णय लिया है कि 4 मई से 10 जून के बीच सीबीएसई परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी। इसके बाद 15 जुलाई तक संभवत: परिणाम घोषित कर दिया जाएगा।
शिक्षकों ने कड़ी मेहनत करके नई तकनीक और शिक्षण के तरीके अपनाए
परीक्षाओं की तिथियों को घोषित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, जैसा कि आप सभी जानते हैं कि कोविड-19 महामारी के कारण छात्रों, शिक्षकों और स्कूलों को एक अभूतपूर्व और अनिश्चित स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। वर्तमान सत्र में सभी शिक्षकों ने यह सुनिश्चित करने के लिए अथक परिश्रम किया है ताकि छात्रों को पढ़ाई में कोई भी दिक्कत न हो। स्कूल प्रबंधन और प्रधानाचार्यों ने लॉकडाउन के तुरंत बाद यह सुनिश्चित किया कि कक्षाएं बिना किसी बाधा के जारी रहें और शिक्षकों ने शिक्षण प्रक्रिया में छात्रों को हर संभव सहायता प्रदान की है। शिक्षकों ने कड़ी मेहनत करके नई तकनीक और शिक्षण के तरीके अपनाए। ऐसा परिवर्तन शायद ही कहीं देखा गया होगा। सरकार द्वारा पीएम ई-विद्या कार्यक्रम भी शुरू किया गया ताकि डिजिटल माध्यम से सीखने के लिए एक मंच और सामग्री प्रदान की जा सके।
जेईई और नीट जैसी समान दक्षता के साथ आयोजित की जाएंगी सीबीएसई परीक्षाएं
उन्होंने कहा कि ‘शिक्षा के साथ सुरक्षा’ के सिद्धांत का पालन करते हुए सीबीएसई हर छात्र की सुरक्षा और सुरक्षा के लिए विभिन्न उपायों को अपनाएगा। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि बोर्ड परीक्षाएं, जेईई और नीट की परीक्षाओं जैसी समान दक्षता के साथ आयोजित की जाएंगी। सीबीएसई द्वारा परीक्षाओं के समय छात्रों के लिए अनुकूल वातावरण सुनिश्चित करने के लिए साथ ही, छात्रों को पढाई की मूलभूत सुविधाओं के अन्तर के कारण उनकी पढाई प्रभावित न हो, इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
परीक्षा की तैयारी के लिए मिलेंगे 4 महीने
निशंक ने कहा, “मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि सीबीएसई, छात्रों के मूल्यांकन करने के लिए लिखित व प्रायोगिक परीक्षा आयोजित करके छात्रों व स्कूल को सभी सहायता प्रदान करेगा। इस क्रम में, परीक्षाओं की तैयारी के लिए लगभग 4 महीने का समय छात्रों और स्कूलों के लिए उपलब्ध होगा। सीबीएसई ने यह भी निर्णय लिया है कि इस वर्ष, प्रायोगिक परीक्षाओं को कराने की अंतिम तिथि, संबंधित कक्षा की लिखित परीक्षाओं की अंतिम तिथि के बराबर होगी साथ ही यह भी तय किया गया है कि आगामी परीक्षाओं के लिए अधिक परीक्षा केंद्र बनाये जाएंगे ताकि छात्र परीक्षा केंद्रों तक आसानी से पहुंच सकें।
छात्रों को तनाव से निजात दिलाने में मददगार होगा ‘मनोदर्पण’ पोर्टल
उन्होनें अभिभावकों, छात्र-छात्राओं एवं सभी हितधारकों से आग्रह किया कि वे यह सुनिश्चित करने के लिए कि परीक्षाओ के लिए छात्रों के पास एक सुरक्षित, तनाव मुक्त और सुविधाजनक वातावरण तैयार हो सके एक साथ मिल कर काम करें।। यदि कोई भी छात्र तनाव महसूस करता है तो वह ‘मनोदर्पण’ पोर्टल के साथ-साथ टोल फ्री नंबर 844-844-0632 का उपयोग कर सकता है।
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