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April 25, 2024
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विराट कोहली: एक ऐसा क्रिकेटर जिसने पेश की ‘विराट’ सफलता की मिसाल

‘मैं सामने वाले को नहीं देखता कि वह कितना बड़ा खिलाड़ी है, मैं बस इतना सोचता हूं कि मेरे पीछे करोड़ों फैंस का आशीर्वाद है।’ ये शब्द क्रिकेटर विराट कोहली के हैं। क्रिकेट की दुनिया में उनकी एक अलग इज्जत हैं। वह मैच के दौरान अपना दमदार प्रदर्शन देते आए हैं। इसी का नतीजा है कि सफल बल्लेबाजों में उनका नाम भी शामिल है।

विराट कोहली क्रिकेटर

‘क्रिकेटर विराट कोहली’ एक ब्रांड

विराट कोहली हमेशा से ही हर मैच में अपनी टीम को किसी न किसी तरह से जिताने की कोशिश में अपनी पूरी जान लगा देते हैं, इसी का नतीजा है कि उन्होंने अपने दम पर भारतीय टीम को कई मैच जिताए हैं।

कोहली के अंदर जीत की भूख बचपन से थी, जब वह घर में टेलीविजन पर मैच देखा करते थे तो कहते थे कि शायद मैं होता तो मैच जीता देता और एक आज का समय है जब विराट कोहली ने पूरी दुनिया को यह साबित कर दिया है कि वह किस स्तर के बल्लेबाज हैं। यही कारण है कि आज भी उनका नाम बेहतरीन बल्लेबाजों की श्रेणी में शुमार है।

क्रिकेटर विराट कोहली: जीवन परिचय

5 नवंबर 1988 को दिल्ली में एक पंजाबी परिवार में विराट कोहली का जन्म  हुआ था। उनके पिता प्रेम कोहली वकील थे और उनकी मां सरोज गृहिणी है। अपने परिवार में विराट कोहली सबसे छोटे बेटे हैं, उनका एक बड़ा भाई और एक बड़ी बहन भी है। विराट की मां ने बताया था कि 3 साल की उम्र से ही विराट ने बैट पकड़ लिया था। वह हमेशा से ही अपने पापा के साथ खेलने के लिए परेशान करते थे।

दिल्ली के उत्तम नगर के गलियों में विराट कोहली बड़े हुए और उन्होंने ‘विशाल भारतीय पब्लिक स्कूल’ से पढ़ाई की थी। वह पढ़ाई में भी बहुत अच्छे थे उनके शिक्षक उन्हें एक होनहार और बुद्धिमान छात्र बताते थे। उनकी क्रिकेट के प्रति जो रुचि थी उसे देखकर उनके पड़ोसियों ने कहा था की विराट को किसी अकैडमी में प्रोफेशनल तरीके से क्रिकेट सीखना चाहिए। जिसके बाद पिता ने कोहली को 9 वर्ष के उम्र में ही ‘दिल्ली क्रिकेट एकेडमी’ ज्वाइन करवाई।

क्रिकेट में करियर की शुरुआत

राजकुमार शर्मा ने विराट कोहली को  ट्रेनिंग दी। विराट ने क्रिकेट में शुरुआत अक्टूबर 2002 से की, जब वह पहली बार दिल्ली के अंडर-15 में शामिल हुए थे। उस समय उन्होंने ‘पालीउम्र ट्रॉफी’ में पहली बार प्रोफेशनल क्रिकेट खेला। वही साल 2004 के अंत में उन्हें दिल्ली अंडर-17 में शामिल कर लिया गया। उस समय उन्हें ‘विजय मर्चेंट ट्रॉफी’ के लिए खेलना था। लेकिन साल 2006 में वह बल्लेबाज के तौर पर सब की नजरों में आए थे। 

साल 2006 में ही दिल्ली और कर्नाटक के बीच रणजी टूर्नामेंट खेला गया था इस ग्रुप मैच के दौरान ही विराट कोहली के पिता की मृत्यु हो गयी थी, लेकिन विराट पिता की मृत्यु के मातम में शामिल नही हुए, क्योंकि उन्हें अपनी टीम दिल्ली को जिताना था और उन्होंने एक अनोखी मिसाल पेश की। क्रिकेट के प्रति इस तरह का जज्बा बहुत कम देखने को मिलता है।

सफलता के पीछे पिता का हाथ

वह सफलता के पीछे अपने पिता का हाथ बताते हैं। आज भी वह अपने पिता को याद करते हैं तो उनकी आंखें नम हो जाती है। बचपन से ही क्रिकेट प्रशिक्षण में पिता ने उनकी बहुत सहायता की थी। उन्होंने बताया था कि ‘मेरे लिए मेरे पिता बहुत बड़ा सहारा थे। मेरे पापा मेरे साथ रोज क्रिकेट खेला करते थे, आज भी उनकी कमी मुझे महसूस होती है।’

इसके बाद 2008 में विराट कोहली के नेतृत्व में मलेशिया में अंडर 19 क्रिकेट वर्ल्ड कप जीता, और भारतीय सीनियर क्रिकेट टीम में विराट कोहली को जगह मिली तब से लेकर आज तक विराट कोहली बेहतर प्रदर्शन करके भारत की जीत में योगदान देते रहे हैं। जिस तरह से उन्होंने सूझबूझ के साथ क्रिकेट में तेज गति से रन बनाए हैं उतनी ही तेजी से उन्होंने लोकप्रियता भी हासिल की है।

कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता

बल्लेबाजी करते हुए विराट कोहली ने कई रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। अपनी कड़ी मेहनत के बदौलत उन्होंने क्रिकेट में लोकप्रियता प्राप्त कर ली और इस वक्त वह भारतीय टीम के कप्तान हैं।

कोहली को अपनी बल्लेबाजी पर हमेशा से ही काफी विश्वास रहा है। जिसके बदौलत विराट कोहली आज एक नाम नहीं एक ब्रैंड बन चुका है, लेकिन इस मुकाम तक पहुंचने के लिए विराट ने एक लंबा सफर तय किया है। 11 दिसंबर 2017 में उन्होंने बॉलीवुड एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा से शादी की। आज वह एक बेटी के पिता हैं।

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विराट कोहली के नाम दर्ज हैं कई रिकॉर्ड
  1. विराट कोहली टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा दोहरे शतक लगाने वाले बल्लेबाज हैं। बता दें कि अब तक वह 7 दोहरे शतक लगा चुके हैं।
  2. कप्तान के रूप में विराट कोहली सबसे ज्यादा मैच खेलने वाले भारतीय बल्लेबाज हैं।  
  3. कप्तान के रूप में कोहली एक टेस्ट में 200 से ज्यादा रन बनाने के मामले में सबसे आगे हैं। वह अब तक 10 बार 200 से अधिक रन बना चुके हैं जो एक विश्व रिकॉर्ड है।
  4. टेस्ट क्रिकेट में लगातार चार सीरीज में दोहरे शतक लगाने वाले दुनिया के एकमात्र बल्लेबाज हैं।
  5. क्रिकेटर विराट कोहली ऐसे पहले खिलाड़ी हैं जिन्होंने कप्तान के रूप में पहली तीन पारियों में शतक लगाया था। 
  6. विराट कोहली भारत की ओर से सबसे ज्यादा टेस्ट मैचों की कप्तानी करने पहलेकप्तान बन गए हैं। बतौर कप्तान कोहली ने भारत के लिए 61 मैचों में कप्तानी की है।
  7. कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा 6 दोहरे शतक लगाए हैं।  इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले पहले कप्तान हैं जो अभी तक 41 शतक लगा चुके हैं।
  8. विराट कोहली, टी20 विश्व कप, आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल, आईसीसी विश्व कप और चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल खेलने वाले इकलौते खिलाड़ी बन चुके हैं। कोहली अब आईसीसी के प्रमुख टूर्नामेंटों के फाइनल में पहुंचने वाले दुनिया के एकमात्र खिलाड़ी बन गए हैं।
  9. टेस्ट क्रिकेट में 9 मैन ऑफ द सीरीज का अवार्ड जीतने के साथ ही कोहली यह खिताब सबसे ज्यादा बार जीतने वाले दुनिया के तीसरे खिलाड़ी हैं। सचिन और जयसूर्या ने टेस्ट में उनसे ज्यादा मैन ऑफ द सीरीज के खिताब जीते हैं।
  10. विराट कोहली बतौर कप्तान वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप खेलने वाले पहले भारतीय कप्तान बन चुके हैं।

सोनाली

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