मुंबई: सोमवार को स्टॉक मार्केट भारी मुनाफावसूली के चलते हुए शार्प रेड में खुले। सभी हैवीवेट शेयरों की भारी बिकवाली के चलते हुए उनमें भारी गिरावट थी। हालांकि पिछले शुक्रवार को स्टॉक एक्सचेंज अच्छी-खासी तेजी के साथ बंद हुए थे। लेकिन दुनियाभर में कोरोना के बढ़ते मामलों और इसके फैलाव पर रोक न लग पाने और भारत-चीन-अमेरिका के बीच बढ़ते विवाद के चलते हुए स्टॉक एक्सचेंजों का माहौल गिरावट का है।
इसलिए निवेशक कोई बड़ी पोजिशन खड़ी नहीं करें। यदि निवेश करना है तो फंडामेटली मजबूत शेयरों में लॉन्ग टर्म करें। शुक्रवार को बीएसई सेंसेक्स 439 अंक या 1.27 प्रतिशत तेजी के साथ 35,171 अंक पर और निफटी 138 अंक या 1.35 प्रतिशत तेजी के साथ 10,383 अंक़ पर बंद हुए थे। लेकिन शुक्रवार को ही अमेरिकी शेयर मार्केट डाे जोंस और नैस्डैक क्रमश: 700 अंक से ऊपर और 259 अंक की शार्प गिरावट के साथ बंद हुए थे।
लॉकडाउन बढ़ने से कारोबार पड़ रहा है कमजोर
उनके असर के चलते हुए सोमवार को भारत सहित सभी एशियाई शेयर बाजार सुर्ख लाल रंग के साथ खुले हैं। जापान का निक्की 500 अंक से ऊपर और हॉन्ग कॉन्ग का हैंगसेंग क्रमश: 500 अंक ऊपर और 328 अंक नीचे खुले थे। यही हाल भारतीय शेयर बाजारों का रहा जो क्रमश: 245 अंक और 72 अंक कमजोर खुले थे। लेकिन कारोबारी सत्र में बिकवाली बढ़ने से सेंसेक्स और निफटी में गिरावट बढ़ती जा रही है। स्टॉक मार्केट
कई राज्यों में लॉकडाउन बढ़ने से कारोबारी धारणा कमजोर है। यूरोपिय शेयर बाजार हालांकि ग्रीन खुले हैं और यदि यह ट्रेंड जारी रहता है तो कारोबाी सत्र के दूसरे हॉफ में सभी स्टॉक एक्सचेंज में रिकवरी लौट सकती है। इंग्लैंड का एफटीएसई, जर्मनी का डैक्स और फरांस का सीएसी ग्रीन में खुले हैं।
इस तरह के माहौल में केवल फार्मा और एफएमसीजी अर्थात कंज्यूमर कंपनियों जैसे ब्रिटानिया, ने्स्ले, एचयूएल, आदि शेयर ग्रीन नजर आ रहे हैं। बाकी हैवीवेट रिलायंस इंडस्ट्रीज, बजाज फाइनेंस, एसबीआई, टीसीएस, इन्फोसिस, वेदांता, एलएडंटी, एसीसी, बैंक आदि मंद नजर आ रहे हैं। बजाज आटो, आदि मंद नजर आ रहे हैं।
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